
Home Remedy: बदलते मौसम में बढ़ जाता है बच्चों के लिए निमोनिया का खतरा, ये घरेलू उपाय करेंगे बचाव
Zee News
Home Remedy: बच्चों को निमोनिया बैक्टीरिया और वायरस के संक्रमण से होता है. कुछ बच्चों में जन्मजात कुछ परेशानियों की वजह से बारबार निमोनिया की समस्या होती है. सर्दियों के मौसम में इंफेक्शन की वजह से बच्चों को सबसे ज्यादा निमोनिया होता है.
नई दिल्ली: निमोनिया की समस्या बच्चों को सबसे ज्यादा होती है. सर्दियों के साथसाथ बदलते मौसम में निमोनिया का खतरा और बढ़ जाता है. बच्चे को निमोनिया होने पर घर पर इलाज करने से बचना चाहिए. निमोनिया का कारण संक्रमण होता है. अगर इंफेक्शन से बचाव किया जाए तो बच्चों को निमोनिया से बचाया जा सकता है. बच्चों को निमोनिया बैक्टीरिया और वायरस के संक्रमण से होता है. कुछ बच्चों में जन्मजात कुछ परेशानियों की वजह से बारबार निमोनिया की समस्या होती है. सर्दियों के मौसम में इंफेक्शन की वजह से बच्चों को सबसे ज्यादा निमोनिया होता है. खांसी बुखार सिरदर्द सांस लेने में दिक्कत सीने में दर्द कंपकंपी लगना बदलते मौसम में निमोनिया से बचाव के लिए मां को बच्चे का विशेष ध्यान रखना होता है बच्चे को गर्म कपड़े के साथ सर्द हवाओं से बचा कर रखना चाहिए. ज्यादा ठंड होने पर कमरे को गर्म करना चाहिए. बच्चे की मां को बच्चे को संक्रमण से बचाने का पूरा ख्याल रखना चाहिए. गंदगी और ठंडे शरीर के साथ बच्चे को नहीं छूना चाहिए. नवजात बच्चे को नियमित तौर पर स्तनपान कराने से निमोनिया का खतरा कम होता है. हल्दी भी सांसों की तकलीफ को दूर करने में मददगार होती है. यह कफ को कम करती है. आधा चम्मच हल्दी और चौथाई चम्मच काली मिर्च पाउडर को एक गिलास गुनगुने पानी में मिला लें. दिन में एक बार इसका सेवन करें. तुलसी के पत्तों के रस में ताजी पिसी काली मिर्च मिलाएं. हर छह घंटे बाद इसका सेवन करें. यह आपको निमोनिया से राहत पहुंचाने में मदद करेगा. पुदीना जलन और बलगम को कम करता है. पुदीने की ताजा पत्तियां लेकर चाय बनाएं. यह निमोनिया की दवा के रूप में काम करता है. गाजर के जूस में कुछ लाल मिर्च डालकर पी सकते हैं. यह दोनों ही निमोनिया के इलाज के लिए मददगार होते हैं. बेहतर लाभ के लिए किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक से जरूर परामर्श लें. निमोनिया का आयुर्वेदिक इलाज कारगार सिद्ध हो सकता है. एक कप पानी में मेथी के दाने, एक चम्मच अदरक का पेस्ट, एक लहसुन की कली और थोड़ीसी काली मिर्च डालें. इसे पांच मिनट तक उबाल लें. इसमें आधा चम्मच शहद भी मिला लें. दिन में 3 से 4 बार इसका सेवन करें. एक कप पानी में एक चम्मच तिल को उबालें. इसे छानकर एक चम्मच शहद और थोड़ा सा नमक मिला लें. इस मिश्रण का रोज सेवन करें. लौंग को भूनकर पीस लें. रोज 3 से 4 बार 1/2 1 ग्राम को शहद के साथ चाटें. इससे चमत्कारिक लाभ होगा. बेहतर लाभ के लिए आयुर्वेदिक चिकित्सक से जरूर सलाह लें. 2 रत्ती हींग, एक मुनक्के में भर कर रोगी को कुछ दिन खिलाते रहें. इससे न्यूमोनिया अवश्य ठीक होगा. बेहतर लाभ के लिए आयुर्वेदिक चिकित्सक से सलाह लें.
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