
High Court का सरकार को दो टूक- हर जरूतमंद को मिले दवा नहीं तो एक दूसरे की जान ले लेंगे लोग
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दिल्ली सरकार की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता राहुल मेहरा ने अदालत से कहा कि डॉक्टर रेमडेसिविर दवाई (Remdesivir) लिख रहे हैं लेकिन पर्चा होने के बावजूद यह बाजार में नहीं मिल रही है.
नई दिल्ली: दिल्ली हाई कोर्ट ने बढ़ते कोरोना के बाद बेकाबू हुए हालात पर चिंता जताई है. अदालत ने उम्मीद जताई है कि केंद्र सरकार हर राज्य की जरूरत और स्थिति के आधार पर, रेमडेसिविर (Remdesivir) जैसी दवाइयां और संसाधन मुहैया करा रही होगी. हाई कोर्ट ने कहा कि यदि ऐसा नहीं हुआ तो 'लोग एक दूसरे की जान ले लेंगे.’ कोरोना काल में रिसोर्स और दवाओं के डिस्ट्रीब्यूशन के संबंध में सुनवाई करते हुए जस्टिस विपिन सांघी और रेखा पल्ली की खंडपीठ ने कहा, 'हम बर्बाद हो जाएंगे.' केंद्र सरकार की ओर से स्थायी वकील मोनिका अरोड़ा और अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल (ASG) चेतन शर्मा ने कोर्ट को बताया कि रेमडेसिविर (Remdesivir) के इस्तेमाल पर मेडिकल राय अलग-अलग है.
Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.









