Gold Rate Today: सोने-चांदी में नरमी या उछाल, जानें लखनऊ-कानपुर में आज क्या चल रहा भाव
Zee News
Gold and Silver Price Today: इस सप्ताह सोने और चांदी की कीमतों में उतार-चढ़ाव का सिलसिला बना हुआ है. शुक्रवार को लखनऊ में 22 कैरेट गोल्ड का रेट 44,290 रुपये प्रति 10 ग्राम है. जबकि 24 कैरेट गोल्ट का रेट 47,090 है.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के सर्राफा बाजार में 23 सितंबर को भी सोने और चांदी की कीमतें बदली हैं. सोने और चांदी के दाम बढ़ते दिखे हैं. इस सप्ताह सोने और चांदी की कीमतों में उतार-चढ़ाव का सिलसिला बना हुआ है. शुक्रवार को लखनऊ में 22 कैरेट गोल्ड का रेट 44,290 रुपये प्रति 10 ग्राम है. जबकि 24 कैरेट गोल्ट का रेट 47,090 है. गोरखपुर में सोने के भाव प्रति 10 ग्राम 250 रुपये की कमी आई है. 22 कैरेट सोना 45190 प्रति 10 ग्राम जबकि 24 कैरेट सोना 47450 रुपये प्रति 10 ग्राम है.
नोएडा में सोना 630.0 रुपये की गिरावट के साथ 47,150.0 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंच गया. 23 सितंबर को भाव 47,780.0 रुपये पर बंद हुआ. चांदी 400.0 रुपये गिर कर 400.0 रुपये प्रति किलोग्राम पर बोली गई। पिछला बंद भाव 62,630.0 रुपये प्रति किलोग्राम का था. बुधवार को कानपुर के सर्राफा बाजार में सोने का भाव 47,740.0 रुपये और चांदी का भाव 61,870.0 रुपये था.
एनडीए में सहयोगी पार्टी जनता दल यूनाइटेड (JDU) के महासचिव और प्रवक्ता केसी त्यागी ने अग्निपथ योजना पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि अग्निपथ योजना पर दोबारा विचार करने की आवश्यकता है. उन्होंने इस पर नए तरीके से विमर्श की बात की. इसके अलावा उन्होंने वन नेशन-वन इलेक्शन और यूसीसी पर भी अपना पक्ष रखा है.
Foreign Guest List Invited to PM Modi Oath Ceremony: लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे आ चुके हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व में भाजपा एक बार फिर देश की सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. हालांकि, पार्टी अपने दम पर बहुमत के आंकड़े को नहीं पार कर पाई है, लेकिन एनडीए गठबंधन बहुमत के आंकड़े को जरूर पार कर गया है. लिहाजा नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार देश की कमान संभालने जा रहे हैं.
हिमाचल प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने तीन निर्दलीय विधायकों के इस्तीफे सोमवार को स्वीकार कर लिए. इन तीनों ने राज्यसभा चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार के पक्ष में मतदान किया था. तीन विधायकों के इस्तीफे स्वीकार किए जाने के बाद 68 सदस्यीय हिमाचल विधानसभा में अब 59 सदस्य रह गए हैं क्योंकि कांग्रेस के 6 पूर्व विधायकों को पहले ही दल बदल कानून के तहत अयोग्य ठहरा दिया गया था. अब 3 निर्दलीय विधायकों का इस्तीफा स्वीकार होने के बाद संख्या 59 हो गई है.