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F-35 और J-20 को 'पानी पिलाने' वाला यूरोप का 6th-Gen फाइटर जेट! 2040 तक दिखाएगा जलवा, दुनिया हो जाएगी हैरान
Zee News
FCAS Project: जर्मनी, फ्रांस और स्पेन FCAS प्रोजेक्ट पर मिलकर काम कर रहे हैं. इस प्रोजेक्ट में डसॉल्ट एविएशन, एयरबस डिफेंस एंड स्पेस और इंदरा जैसी कंपनियों को शामिल किया गया है. इन देशों का टारगेट है साल 2040 तक 6 वीं पीढ़ी का लड़ाकू विमान को बनाना है.
F-35 and China's J-20: आज के इस आधुनिक दौर में जब भी फाइटर जेट्स की बात होती है, तो अमेरिका के F-35 और चीन के J-20 का नाम सबसे पहले आता है. ये दोनों ही देश अपने 5वीं पीढ़ी के इन लड़ाकू विमानों को दूसरे देशों को खूब बेचते हैं. बता दें कि अब यूरोप ने इसी सोच के साथ जर्मनी, फ्रांस और स्पेन के साथ मिलकर FCAS(फ्यूचर कॉम्बैट एयर सिस्टम) प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं. ऐसा करके वे अमेरिका के F-35 और चीन के J-20 जैसे विमानों से आगे निकला चाहते हैं.

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.

India Nuclear Missile Force: दुनिया में आज के समय में सभी देश अपनी सैन्य शक्तियों को मजबूत कर रहे हैं. भारत ने भी पिछले कुछ दशकों में अपनी सैन्य ताकत में काफी मजबूती लाई है. भारत की परमाणु क्षमता की चर्चा दुनिया में अक्सर होती है, लेकिन इसे गहराई के साथ काफी कम लोग ही जानते हैं. भारत ने सिर्फ अग्नि श्रृंखला ही नहीं बल्कि जमीन, समुद्र, हवा और क्रूज मिसाइल सिस्टम का एक बड़ा नेटवर्क तैयार किया है.









