
Eid Ul Adha: सऊदी में 20 जुलाई को मनाई जाएगी ईद उल अजहा, जानिए क्यों दी है जाती कुर्बानी
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दरअसल पैगंबर हजरत इब्राहीम से कुर्बानी देने की रिवायत शुरू हुई थी. कहा जाता है कि हजरत इब्राहीम को कई मन्नतों बाद एक औलाद के हुई जिसका नाम उन्होंने इस्माइल रखा था.
नई दिल्ली: सऊदी अरब प्रेस एजेंसी ने बताया है कि सऊदी में 20 जुलाई से ईद उल अजहा (बकरीद) की छुट्टी शुरू होगी. इसके अलावा क्रिसेंट मून साइटिंग डिपार्टमेंट ने कहा, 19 जुलाई को अराफ़ात है और उसके अगले दिन यानी मंगलवार को ईद अल-अजहा होगी. चांद देखने वाली कमेटी ने कहा है कि शुक्रवार की शाम को चांद नहीं देखा गया था. क्यों मनाई जाती बकरीद? दरअसल पैगंबर हजरत इब्राहीम से कुर्बानी देने की रिवायत शुरू हुई थी. कहा जाता है कि हजरत इब्राहीम को कई मन्नतों बाद एक औलाद के हुई जिसका नाम उन्होंने इस्माइल रखा था. इब्राहिम अपने बेटे इस्माइल से बहुत प्यार करते थे लेकिन एक रात हजरत इब्राहीम से ख्वाब में अल्लाह ने उनकी सबसे सबसे प्यारी चीज की कुर्बानी मांग ली.
Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.

India Nuclear Missile Force: दुनिया में आज के समय में सभी देश अपनी सैन्य शक्तियों को मजबूत कर रहे हैं. भारत ने भी पिछले कुछ दशकों में अपनी सैन्य ताकत में काफी मजबूती लाई है. भारत की परमाणु क्षमता की चर्चा दुनिया में अक्सर होती है, लेकिन इसे गहराई के साथ काफी कम लोग ही जानते हैं. भारत ने सिर्फ अग्नि श्रृंखला ही नहीं बल्कि जमीन, समुद्र, हवा और क्रूज मिसाइल सिस्टम का एक बड़ा नेटवर्क तैयार किया है.









