EC का बड़ा फैसला, कूचबिहार नहीं जा सकेगा कोई भी नेता, ममता बनर्जी को लगा बड़ा झटका
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बता दें कि कूचबिहार में शनिवार को चौथे चरण की वोटिंग के दौरान सीआईएसएफ कथित तौर पर गोलियां चलाईं. लोगों पर आरोप है कि उन्होंने जवानों की राइफलें छीनने की कोशिश की थी.
नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल विधान सभा चुनाव (West Bengal Election 2021) के चौथे चरण के दौरान कूचबिहार में हिंसा के बाद चुनाव आयोग (EC) ने बड़ा फैसला लिया है. EC ने फैसला लिया है कि अब कोई भी नेता 72 घंटों के दरमियान कूचबिहार नहीं जा सकेगा. चुनाव आयोग के इस फैसले से सबसे बड़ा फर्क ममता बनर्जी को पहुंचा है. क्योंकि ममता बनर्जी रविवार को हिंसा प्रभावित इलाके का दौरा करने वाली थीं. चुनाव आयोग के इस फैसले टीएमसी के नेताओं में खासी नाराजगी देखी जा रही है. टीएमसी के एक नेता ने कहा है कि चुनाव आयोग अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए ममता बनर्जी को हिंसा प्रभावित इलाके में नहीं जाने दे रहा है. उन्होंने आगे कहा कि ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री हैं और उनका वहां जाना जिम्मेदारी है.Swati Maliwal: आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सदस्य स्वाति मालीवाल ने गुरुवार को उन मीडिया रिपोर्ट्स पर प्रतिक्रिया दी, जिनमें दावा किया गया था कि पार्टी चाहती थी कि वह अपनी राज्यसभा सदस्यता छोड़ दे ताकि उसे एक 'विशेष वकील' को दिया जा सके. इस पर उन्होंने कहा, अगर पार्टी चाहती कि वह राज्यसभा सदस्यता छोड़ दें तो वह खुशी-खुशी इसे छोड़ देतीं.
Pune Porsche Crash: पुणे के पोर्श कार हादसे मामले में ट्विस्ट आया है. अब 17 साल के नाबालिग आरोपी ने दावा किया है कि घटना के समय वह कार नहीं चला रहा था बल्कि फैमिली ड्राइवर चला रहा था. हादसे के समय आरोपी के साथ मौजूद उसके साथियों ने भी इस दावे का समर्थन किया है. वहीं महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार) की नेता सुप्रिया सुले और शिवसेना यूबीटी के नेता संजय राउत ने दावा किया कि आरोपी को पुलिस स्टेशन में पिज्जा की पेशकश की गई.
West Bengal Violence: पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव के छठे चरण के मतदान से पहले नंदीग्राम में बुधवार की रात हिंसा भड़क उठी. इससे राज्य की सियासत गरमा गई है. यह घटना पूर्वी मेदिनीपुर जिले के नंदीग्राम विधानसभा के ब्लॉक नंबर एक के सोनचूरा गांव के मनसा बाजार की है. बताया जा रहा है कि तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों ने कई भाजपा कार्यकर्ताओं के घरों में घुसकर धारदार हथियारों से हमला किया.
Agnipath Scheme: अग्निपथ योजना में बदलाव हो सकते हैं. एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि सेना एक आंतरिक सर्वे करा रही है. इस सर्वे में सामने आने वाले निष्कर्षों को देखते हुए आगे योजना में बदलाव को लेकर सरकार से सिफारिश की जा सकती है. हालांकि अभी इस संबंध में सेना या सरकार की ओर से कोई भी आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है.