
EC का बड़ा फैसला, कूचबिहार नहीं जा सकेगा कोई भी नेता, ममता बनर्जी को लगा बड़ा झटका
Zee News
बता दें कि कूचबिहार में शनिवार को चौथे चरण की वोटिंग के दौरान सीआईएसएफ कथित तौर पर गोलियां चलाईं. लोगों पर आरोप है कि उन्होंने जवानों की राइफलें छीनने की कोशिश की थी.
नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल विधान सभा चुनाव (West Bengal Election 2021) के चौथे चरण के दौरान कूचबिहार में हिंसा के बाद चुनाव आयोग (EC) ने बड़ा फैसला लिया है. EC ने फैसला लिया है कि अब कोई भी नेता 72 घंटों के दरमियान कूचबिहार नहीं जा सकेगा. चुनाव आयोग के इस फैसले से सबसे बड़ा फर्क ममता बनर्जी को पहुंचा है. क्योंकि ममता बनर्जी रविवार को हिंसा प्रभावित इलाके का दौरा करने वाली थीं. चुनाव आयोग के इस फैसले टीएमसी के नेताओं में खासी नाराजगी देखी जा रही है. टीएमसी के एक नेता ने कहा है कि चुनाव आयोग अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए ममता बनर्जी को हिंसा प्रभावित इलाके में नहीं जाने दे रहा है. उन्होंने आगे कहा कि ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री हैं और उनका वहां जाना जिम्मेदारी है.
Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.

India Nuclear Missile Force: दुनिया में आज के समय में सभी देश अपनी सैन्य शक्तियों को मजबूत कर रहे हैं. भारत ने भी पिछले कुछ दशकों में अपनी सैन्य ताकत में काफी मजबूती लाई है. भारत की परमाणु क्षमता की चर्चा दुनिया में अक्सर होती है, लेकिन इसे गहराई के साथ काफी कम लोग ही जानते हैं. भारत ने सिर्फ अग्नि श्रृंखला ही नहीं बल्कि जमीन, समुद्र, हवा और क्रूज मिसाइल सिस्टम का एक बड़ा नेटवर्क तैयार किया है.









