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DRDO ने बनाया ऐसा 'देवअस्त्र', पाकिस्तानी ड्रोन हवा में ही हो जाएंगे राख; जानें ताकत
Zee News
Indian airforce laser weapon: भारतीय सेना और एयरफोर्स अपनी सीमावर्ती इलाकों को अभेद्य बनाने के लिए जुट चुकी है. इसके लिए डायरेक्ट एनर्जी वेपन बेहद सस्ते और कारगर साबित हो रहे हैं. जो कम दूरी के हवाई खतरों को एक झटके में नेस्तनाबूद करने में सक्षम हैं.
Indian army laser weapon: भारतीय सेना और इंडियन एयरफोर्स अब अपनी हवाई सुरक्षा मजबूत करने में कोई कसर नहीं छोड़ने वाली है. दुनिया भर में नए हवाई खतरे, ड्रोन और बिना पायलट वाले हवाई जहाज (UAVs) को देखते हुए यह फैसला लिया गया है. इन खतरों से निपटने के लिए भारत एक खास देसी हथियार खरीदने जा रहा है. यह 10 किलोवाट डायरेक्ट एनर्जी वेपन सिस्टम एक ऐसा हथियार है जो दुश्मन के ड्रोन को हवा में ही जलाकर राख कर देगा.

Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.









