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DRDO का लेजर वेपन अग्नि परीक्षा के लिए तैयार, अमेरिका और रूस जैसी ताकत पाने वाला है भारत!
Zee News
DRDO Laser Weapon: DRDO ने 30 किलोवाट का स्वदेशी लेजर बेस्ड डायरेक्टेड एनर्जी वेपन (DEW) 'सहस्त्र शक्ति' विकसित किया है, जिसका यूजर ट्रायल इस साल के अंत में होगा. यह हथियार 5 किलोमीटर की रेंज में ड्रोन, जासूसी बलून और कम ऊंचाई के खतरों को नष्ट कर सकता है. इसके अलावा, DRDO 50-100 किलोवाट और 300 किलोवाट के 'सूर्या' लेजर हथियार भी विकसित कर रहा है.
DRDO Laser Weapon Power: भारत रक्षा के क्षेत्र में एक बड़ा कदम उठाने जा रहा है. रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन यानी DRDO ने 30 किलोवाट का स्वदेशी लेजर बेस्ड डायरेक्टेड एनर्जी वेपन (DEW) तैयार किया है. इस साल के आखिर में इसका यूजर ट्रायल होगा. इस वेपन का जिसका कोडनेम 'सहस्त्र शक्ति' है,. यह हथियार ड्रोन, सेंसर और कम ऊंचाई पर उड़ने वाले खतरों को नष्ट करने में सक्षम है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.

India Nuclear Missile Force: दुनिया में आज के समय में सभी देश अपनी सैन्य शक्तियों को मजबूत कर रहे हैं. भारत ने भी पिछले कुछ दशकों में अपनी सैन्य ताकत में काफी मजबूती लाई है. भारत की परमाणु क्षमता की चर्चा दुनिया में अक्सर होती है, लेकिन इसे गहराई के साथ काफी कम लोग ही जानते हैं. भारत ने सिर्फ अग्नि श्रृंखला ही नहीं बल्कि जमीन, समुद्र, हवा और क्रूज मिसाइल सिस्टम का एक बड़ा नेटवर्क तैयार किया है.









