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DRDO का देसी 122mm रॉकेट तैयार, ग्रैड लॉन्चर BM-21 से बरसाएगा 'आग'; बस सेना की एक मुहर और दुश्मन का खेल खत्म
Zee News
DRDO 122mm indigenous rocket: DRDO ने 122mm स्वदेशी रॉकेट विकसित किया है. जिसकी तैनाती को लेकर सेना की मंजूरी का इंतजार है. यह रॉकेट रूसी लॉन्चर में आसानी से फिट हो सकता है. जो उसके पुराने वर्जन से कहीं ज्यादा एडवांस है. साथ ही, मंजूरी मिलते ही सेना को पुराने रॉकेट के लिए आयात पर निर्भर रहने की जरूरत नहीं पड़ेगी.
DRDO 122mm indigenous rocket: DRDO दिन-ब-दिन देसी हथियारों के डेवलपमेंट में तेजी ला रहा है. इसी कड़ी में, DRDO द्वारा विकसित किया गया स्वदेशी 122mm रॉकेट अब भारतीय सेना की अंतिम मंजूरी का इंतजार कर रहा है. इस रॉकेट को खासतौर पर भारतीय सेना के पास मौजूद रूसी मूल के BM-21 'ग्रैड' मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर सिस्टम के लिए बनाया गया गया है. दरअसल, सेना अभी भी BM-21 के लिए रूस से पुराने गोला बारूद का आयात कर रही है. DRDO के इस रॉकेट के आने से सेना की आक्रामक क्षमता मजबूत होगी और विदेशी गोला बारूद पर उसकी निर्भरता कम होगी. ऐसे में आइए इसकी ताकत जानते हैं.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.

India Nuclear Missile Force: दुनिया में आज के समय में सभी देश अपनी सैन्य शक्तियों को मजबूत कर रहे हैं. भारत ने भी पिछले कुछ दशकों में अपनी सैन्य ताकत में काफी मजबूती लाई है. भारत की परमाणु क्षमता की चर्चा दुनिया में अक्सर होती है, लेकिन इसे गहराई के साथ काफी कम लोग ही जानते हैं. भारत ने सिर्फ अग्नि श्रृंखला ही नहीं बल्कि जमीन, समुद्र, हवा और क्रूज मिसाइल सिस्टम का एक बड़ा नेटवर्क तैयार किया है.









