
DNA Analysis: World Humanitarian Day पर इंसान Vs तालिबान, अफगानिस्तान में तड़पे कौम, मानवता क्यों मौन?
Zee News
मानवता के नाम पर पूरी दुनिया के देशों ने 2019 में ढाई लाख करोड़ रुपये की मदद दी थी और अमेरिका की डोनेशन का सबसे बड़ा हिस्सा अफगानिस्तान को ही जाता है, लेकिन आज भी अफगानिस्तान के 3 करोड़ 80 लाख लोग परेशानी में हैं.
नई दिल्ली: 19 अगस्त को वर्ल्ड फोटोग्राफी डे के साथ साथ विश्व मानवता दिवस (World Humanitarian Day) भी था और अक्सर मानवता के नाम पर बड़े एनजीओ, सेलिब्रिटीज और नेता सेमिनार करते हैं, कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं और तस्वीरें खिंचवाकर वहां से निकल जाते हैं. फिर इनकी PR एजेंसिया इन तस्वीरों का प्रचार करती हैं और फिर इन्हीं तस्वीरों के दम पर इन लोगों को अनुदान मिलता है और नेता सत्ता में आ जाते हैं. कुल मिलाकर मानवता के नाम पर फोटोग्राफ खिंचवाना एक उद्योग बन गया है और इसी से कई लोगों की दुकाने चलती हैं, लेकिन मानवता का भला नहीं होता. वैसे विश्व मानवता दिवस मनाने की शुरुआत वर्ष 2009 में हुई थी, लेकिन पिछले 12 वर्षों में मानवता का कोई भला नहीं हो पाया है.
36 MW Class Gas Turbine Engine: नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने कॉन्फ्रेंस में बताया कि नौसेना अब पूरी तरह स्वदेशी 36 मेगावॉट क्लास गैस टर्बाइन इंजन, अगली पीढ़ी की डीजल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन सिस्टम. फुल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन तकनीक विकसित कर रही है. इनका पहला ऑपरेशनल संस्करण 2029 में नौसेना के जहाजों पर आने की उम्मीद है.

Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.








