
DNA ANALYSIS: Coronavirus हवा में कैसे फैलता है, जानिए The Lancet की रिपोर्ट का दावा क्या
Zee News
Coronavirus: पिछले साल जब कोरोना आया था, तब सोशल डिस्टेंसिंग यानी दो गज की दूरी का नियम इसलिए बनाया गया क्योंकि वैज्ञानिकों का मानना था कि अगर कोई व्यक्ति संक्रमित मरीज से दो गज की दूरी पर खड़ा होता है तो वो इससे संक्रमित नहीं होगा.
नई दिल्ली: हम आपको कोरोना वायरस (Coronavirus) के नए खतरे से सावधान करना चाहते हैं. मशहूर मेडिकल जर्नल The Lancet में छपी एक स्टडी के मुताबिक, कोरोना वायरस हवा में भी फैल सकता है और भारत सरकार के नीति आयोग ने भी इस बात को माना है. नीति आयोग के सदस्य डॉक्टर वी. के. पॉल ने कहा है कि भारत में संक्रमण हवा के जरिए तेजी से फैल रहा है, जिसकी वजह से मामले बढ़ रहे हैं. जब कोई व्यक्ति खांसता या छींकता है या वो फिर ज़ोर से चिल्लाकर बोलता है या गाने गा रहा होता है तो इस दौरान उसके मुंह और नाक से कई Droplets हवा में घुल जाते हैं. और अगर ये व्यक्ति कोरोना वायरस से संक्रमित है तो फिर इन Droplets में वायरस मौजूद हो सकता है. यानी इस तरह से वायरस हवा में आता है और फिर जब कोई दूसरा व्यक्ति उस हवा में सांस लेता है तो ये उसे संक्रमित कर देता है.
Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.









