
DNA ANALYSIS: Coronavirus की दूसरी लहर से हो रही ज्यादा मौतें? आंकड़ों से समझें कैसे फैल रहा संक्रमण
Zee News
Coronavirus Second Wave: 1 अक्टूबर 2020 को पहली लहर के दौरान जहां हर हफ़्ते औसतन 82 हजार 241 मामले दर्ज हो रहे थे, तो दूसरी लहर में ये आंकड़ा बढ़ कर 1 लाख 43 हजार पहुंच गया है.
नई दिल्ली: हमारे देश में कहा जाता है कि इंसान मरने के बाद आसमान में एक तारा बन जाता है, लेकिन क्या आपको पता है कि इस समय पूरी दुनिया में इतने वायरस मौजूद हैं, जितने तारे पूरे ब्रह्मांड में भी नहीं हैं. यानी अगर पूरी दुनिया की कुल आबादी, जो लगभग साढ़े 700 करोड़ है. वो आज अगर अपने सारे कामकाज छोड़ कर इन वायरस को गिनने बैठ जाए तो भी ये काम पूरा नहीं होगा. यानी ये असंभव सा दिखने वाला गणित है. लेकिन महत्वपूर्ण बात ये है कि पृथ्वी पर अनगिनत वायरस होने के बावजूद इनमें से कुछ ही वायरस इंसानों के लिए खतरनाक होते हैं और उन्हीं में से एक वायरस से इस समय पूरी दुनिया संघर्ष कर रही है और ये है कोरोना वायरस. आप सब अब इससे परिचित हैं. कोरोना वायरस आज किसी भी परिचय का मोहताज नहीं है.
36 MW Class Gas Turbine Engine: नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने कॉन्फ्रेंस में बताया कि नौसेना अब पूरी तरह स्वदेशी 36 मेगावॉट क्लास गैस टर्बाइन इंजन, अगली पीढ़ी की डीजल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन सिस्टम. फुल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन तकनीक विकसित कर रही है. इनका पहला ऑपरेशनल संस्करण 2029 में नौसेना के जहाजों पर आने की उम्मीद है.

Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.








