
DNA ANALYSIS: पेड़ों के प्रति दोहरा मापदंड, पर्यावरण को बचाने को लेकर व्यवस्था में कितनी निष्ठा?
Zee News
Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश का छतरपुर ज़िला बुंदेलखंड क्षेत्र में आता है, जहां भूमिगत पानी का भयानक संकट है, लेकिन इस ज़िले में एक प्राकृतिक जंगल है, जिसे बकस्वाहा श्रेत्र कहा जाता है. अनुमान है कि जंगल की ज़मीन में 3 करोड़ 40 लाख कैरेट हीरे दबे हो सकते हैं. इसके लिए एक कंपनी को नीलामी में जंगल की ज़मीन लीज़ पर दी जा चुकी है और इस जमीन पर हीरे की खदानों के लिए पेड़ों को काटा जाना है.
नई दिल्ली: 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर आपने भी पर्यावरण को बचाने के लिए सोशल मीडिया पर कोई पोस्ट लिखी होंगी या कोई फॉरवर्ड मैसेज शेयर किए होंगे. उस दिन इसे लेकर वेबिनार भी हुए. इन गोष्ठियों में पर्यावरण को बचाने की चर्चा हुई और 5 जून के बाद इस विषय को भुला दिया गया. लेकिन हम इस विषय को नहीं भूले और इसीलिए आज हम DNA में आपके साथ एक ख़बर पर चर्चा करना चाहते हैं. ये ख़बर मध्य प्रदेश के छतरपुर से आई है, जहां 2 लाख 15 हज़ार 875 पेड़ों को काटने की तैयारी चल रही है.
Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.









