
DNA ANALYSIS: अगले महीने आ सकती है Corona की तीसरी लहर! 2nd वेव से होगी कई गुना खतरनाक
Zee News
वायरस हर लहर में अलग व्यवहार और बर्ताव करता है. जैसे पहली लहर में ये हमारी इम्यूनिटी से लड़ रहा था. लोग आसानी से ठीक हो रहे थे. दूसरी लहर में अभी ये इम्यूनिटी को भी आसानी से हरा पा रहा है, और तीसरी लहर में इसका ये व्यवहार भी बदल जाएगा.
नई दिल्ली: इस समय हमारा देश कोरोना वायरस (Coronavirus) की दूसरी और खतरनाक लहर का सामना कर रहा है. वैज्ञानिकों ने कह दिया है कि अब तीसरी लहर भी आनी निश्चित है. यानी महामारी के इस समुद्र में वायरस की एक के बाद एक कई शक्तिशाली लहरें आ रही हैं, और जिस जहाज में हम सवार हैं वो इन लहरों से डगमगा रहा है. ये तमाम परिस्थितियां आज हमें मशहूर टाइटैनिक (Titanic) जहाज की याद दिलाती हैं. टाइटैनिक एक समुद्री जहाज था, जो 10 अप्रैल वर्ष 1912 को अपनी पहली यात्रा पर इंग्लैंड (England) से अमेरिका के न्यू-यॉर्क (NewYork) के लिए रवाना हुआ था. इस जहाज में कुल 2,223 लोग सवार थे, लेकिन दुर्भाग्यवश अपनी यात्रा के चौथे दिन ही ये जहाज समुद्र में बर्फ की बड़ी चट्टानों से टकरा गया और इसके बाद कुछ ही घंटों में समुद्र पूरे जहाज को निगल गया.
36 MW Class Gas Turbine Engine: नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने कॉन्फ्रेंस में बताया कि नौसेना अब पूरी तरह स्वदेशी 36 मेगावॉट क्लास गैस टर्बाइन इंजन, अगली पीढ़ी की डीजल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन सिस्टम. फुल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन तकनीक विकसित कर रही है. इनका पहला ऑपरेशनल संस्करण 2029 में नौसेना के जहाजों पर आने की उम्मीद है.

Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.








