
Covishield की दो डोज के बीच का गैप हो सकता है कम, सरकार कर रही विचार
Zee News
एक्सपर्ट्स का मानना है कि डेल्टा वेरिएंट (Delta Variant) की वजह से लोगों में इंफेक्शन का खतरा बहुत ज्यादा बढ़ा है. वैक्सीन की डोज को लेकर समीक्षा की जरूरत है और इस दिशा में केंद्र सरकार विचार कर रही है.
नई दिल्ली: कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड (Covishield) की दो डोज के बीच का गैप कम किया जा सकता है. गैप को कम करने का सुझाव हेल्थ सेक्टर में काम करने वाली संस्था IAPSM यानी इंडियन एसोसिएशन ऑफ प्रिवेंटिव एंड सोशल मेडिसिन की ओर से दिया गया है. इस बारे में IAPSM का कहना है कि केंद्र सरकार इस मामले पर विचार कर रही है. देश में इस वक्त 59 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन की डोज (Vaccine Dose) लगाई जा चुकी हैं और सरकार की तरफ से लगातार वैक्सीनेशन की प्रक्रिया में तेजी लाने की कोशिश हो रही है. अब दो डोज का गैप 12 हफ्ते से घटाकर 8 हफ्ते करने पर विचार किया जा रहा है.
Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.









