
Covishield की एक डोज ही काफी, दूसरे की नहीं जरूरत!
Zee News
कोविड वैक्सीन ट्रैकर प्लेटफॉर्म से डेटा एकत्र करने के बाद कोविशील्ड (Covisheild) को सिंगल डोज वैक्सीन बनाने पर विचार किया जा रहा है. अगर ऐसा हुआ तो कोविशील्ड की दो की जगह एक ही वैक्सीन लगेगी.
नई दिल्ली: कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) की कमी की खबरों के बीच 'सिंगल शॉट वैक्सीनेशन' पर भी विचार किया जा सकता है. Covid-19 वैक्सीन बनाने वाली कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) की वैक्सीन Covisheild भविष्य में सिंगल शॉट वैक्सीन बनाई जा सकती है. फिलहाल देश में कोविशील्ड और कोवैक्सीन दोनों की दो डोज दी जा रही हैं. इसके अलावा 'वैक्सीन मिक्सिंग' पर भी एक स्टडी की जा रही है. बदा दें, जॉनसन एंड जॉनसन (Johnson & Johnson), स्पूतनिक लाइट (Sputnik Light) और कोविशील्ड वैक्सीन (Covisheild) एक ही प्रक्रिया और फॉर्मूले से बने हैं. जॉनसन एंड जॉनसन और स्पूतनिक लाइट सिंगल डोज की ही वैक्सीन हैं. ऐसे में यह आकलन किया जा रहा है कि एक ही तरह के प्रोसेस से तैयार की गई कोविशील्ड वैक्सीन का भी सिंगल शॉट प्रभावी रह सकता है या नहीं? यानी अभी जो कोविशील्ड की दो डोज दी जा रही हैं उसके स्थान पर केवल एक शॉट ही दिया जाए, ये भी संभव हो सकता है. इस स्टडी के सकारात्मक परिणाम मिले तो निश्चित ही टीकों की किल्लत से राहत मिलेगी.
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Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

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India Nuclear Missile Force: दुनिया में आज के समय में सभी देश अपनी सैन्य शक्तियों को मजबूत कर रहे हैं. भारत ने भी पिछले कुछ दशकों में अपनी सैन्य ताकत में काफी मजबूती लाई है. भारत की परमाणु क्षमता की चर्चा दुनिया में अक्सर होती है, लेकिन इसे गहराई के साथ काफी कम लोग ही जानते हैं. भारत ने सिर्फ अग्नि श्रृंखला ही नहीं बल्कि जमीन, समुद्र, हवा और क्रूज मिसाइल सिस्टम का एक बड़ा नेटवर्क तैयार किया है.









