
Covid-19: बेकाबू हो रहा कोरोना वायरस, बचने के लिए एक्सपर्ट्स ने दी Double Mask पहनने की सलाह
Zee News
कोविड-19 से बचने के लिए मास्क (Mask) लगाना बेहद जरूरी है, लेकिन इस बीच एक्सपर्ट्स ने डबल मास्क लगाने की सलाह दी है और उनका कहना है कि कोरोना ट्रांसमिशन रोकने के लिए डबल मास्क एक बेहतर विकल्प है.
नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस (Coronavirus in India) के डराने वाले आंकड़े सामने आ रहे हैं और सोमवार को 24 घंटों में 1.68 लाख नए मामले सामने आए. कोविड-19 से बचने के लिए मास्क (Mask) लगाना बेहद जरूरी है, लेकिन इस बीच एक्सपर्ट्स ने डबल मास्क लगाने की सलाह दी है. विशेषज्ञों का कहना है कि ट्रांसमिशन रोकने के लिए डबल मास्क एक बेहतर विकल्प है. दिल्ली के मैक्स हॉस्पिटल के आंतरिक चिकित्सा विभाग के निदेशक डॉ. रोमेल टिकू के अनुसार, कोरोना ट्रांसमिशन से बचने के लिए एक सर्जिकल मास्क और एक कपड़ा मास्क या दो कपड़े मास्क पहन सकते हैं. हालांकि, अगर एन-95 मास्क पहनते हैं तो डबल मास्क की जरूरत नहीं होगी.
Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.









