
Covaxin को मंजूरी पर WHO अगले हफ्ते करेगा आखिरी फैसला, जान लीजिए ये जरूरी खबर
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Covaxin Approval: एसएजीई वैक्सीन की तकनीक से लेकर रिसर्च और डेवलपमेंट, टीकाकरण की आपूर्ति और उसकी अन्य बातों समेत वैश्विक नीतियों और रणनीतियों पर डब्ल्यूएचओ को सलाह देता है.
नई दिल्ली: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) भारत बायोटेक के टीके Covaxin के लिए इमरजेंसी यूस लिस्टिंग (EUL) का दर्जा मंजूर करने के बारे में अगले सप्ताह अंतिम फैसला करेगा. इससे पहले डब्ल्यूएचओ की एसएजीई ने ईयूएल पर अपनी सिफारिशें देने और अन्य विषयों पर चर्चा करने के लिए मंगलवार को बैठक की थी.
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने ट्वीट किया कि डब्ल्यूएचओ और विशेषज्ञों का एक स्वतंत्र ग्रुप इस बात को लेकर जोखिम/लाभ मूल्यांकन करने और अंतिम फैसला करने के लिए अगले सप्ताह बैठक करेंगे कि क्या Covaxin के लिए इमरजेंसी यूस लिस्टिंग मंजूर की जाए?

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.

India Nuclear Missile Force: दुनिया में आज के समय में सभी देश अपनी सैन्य शक्तियों को मजबूत कर रहे हैं. भारत ने भी पिछले कुछ दशकों में अपनी सैन्य ताकत में काफी मजबूती लाई है. भारत की परमाणु क्षमता की चर्चा दुनिया में अक्सर होती है, लेकिन इसे गहराई के साथ काफी कम लोग ही जानते हैं. भारत ने सिर्फ अग्नि श्रृंखला ही नहीं बल्कि जमीन, समुद्र, हवा और क्रूज मिसाइल सिस्टम का एक बड़ा नेटवर्क तैयार किया है.









