Club Foot : कई Surgery के बाद भी नहीं मिली बच्ची को राहत, मां से बोली- चाकू से काट दो पैर
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Clubfoot in kids: माता-पिता या परिवार में पहले से किसी को क्लबफुट की बीमारी है, तो बच्चे को भी यह बीमारी हो सकती है. क्लबफुट के पारिवारिक इतिहास से संबंधित महिला गर्भावस्था के दौरान धूम्रपान करती है, तो बच्चे में इसका जोखिम बढ़ जाता है. जन्मजात स्थितियां भी इसके लिए जिम्मेदार हैं.
वेल्स: जन्म से किसी बच्चे के टेढ़े पैर होने (Club Foot) की समस्या का निदान आसान नहीं है. हालांकि इस दुर्लभ बीमारी से छुटकारा मिल सकता है. डॉक्टरों का कहना है कि जन्म के साथ ही सामने आए इस शारीरिक दोष की सर्जरी संभव है. लेकिन कई बार ऊपर वाले की मर्जी के जोर नहीं चलता. ऐसा ही एक मामला ब्रिटेन के वेल्स में सामने आया जहां टेढ़े पैर के साथ पैदा हुई 11 साल की एक बच्ची के लिए जब दर्द सहना असंभव हो गया तो उसकी बात सुनकर उसके परिजन हैरान रह गए. दरअसल बच्ची ये चाहती है उसके उस पैर को काट दिया जाए जो 6 ऑपरेशन होने के बाद भी ठीक नहीं हुआ. उसके माता-पिता ने जब ये सुना तो वो दंग रह गए. बच्ची लंबे समय से इस बीमारी से जूझ रही थी. हर ऑपरेशन के बाद उसे कहा जाता था कि जल्द ही उसका दर्द छूमंतर हो जाएगा. लेकिन जब ऐसा नहीं हुआ तो उसने अपनी मां डॉन से कहा कि वह चाहती है कि उसका पैर किचेन के चाकू से काट कर हटा दिया जाए.हत्या की एक ऐसी खबर सामने आई है, जिसे सुन हर कोई हैरान-परेशान है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, तो एक 28 वर्षीय शख्स ने अपनी 26 वर्षीय पत्नी की क्रूरता से चाकू मारकर हत्या कर दी. इसके बाद उसके मृत शरीर को 200 से अधिक टुकड़ों में काट दिया और उन टुकड़ों को अपने दोस्त की मदद से नदी में बहा दिया. इसके लिए उसने अपने दोस्त को 5000 रुपये भी दिए.
द गार्जियन ने भारत और पाकिस्तान के कुछ खुफिया कर्मचारियों के हवाले से अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि भारत ने पाकिस्तान में आतंकियों की टारगेटेड किलिंग करवाई. हालांकि भारतीय विदेश मंत्रालय ने इसे 'झूठा और दुर्भावनापूर्ण भारत विरोधी प्रचार'बताया. मंत्रालय ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर के पिछले खंडन पर जोर दिया कि अन्य देशों में टारगेटेड किलिंग 'भारत सरकार की नीति के अनुरूप नहीं थीं.'