
Chanakya Niti: जानें क्या है व्यक्ति के जीवन का सबसे बड़ा डर, जो इंसान को पल-पल मारता है
Zee News
आचार्य चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र में मनुष्य के जीवन के सबसे बड़े डर के बारे में बताया है जिससे अगर इंसान का पाला पड़ जाए तो समझिए उसका जीवन बर्बाद हो गया. क्या है वह डर इस बारे में यहां जानें.
नई दिल्ली: आचार्य चाणक्य की नीतियां और उनके विचार एक बार में देखने पर भले ही आपको बेहद कठोर लगे लेकिन इसमें जीवन की सच्चाई होती है. अपने इन्हीं विचारों और नीतियों को आचार्य चाणक्य (Acharya Chanakya) ने चाणक्य नीति () में श्लोक के रूप में संग्रहित किया है. आपको जानकर आश्चर्य होगा कि उनकी ये नीतियां आज भी उतनी ही प्रासंगिक हैं जितनी सैकड़ों साल पहले थीं. आज बात करेंगे कि आचार्य चाणक्य के मुताबिक किसी व्यक्ति के जीवन का सबसे बड़ा डर क्या है (Biggest fear). आचार्य चाणक्य कहते हैं कि सभी प्रकार के भय से बदनामी का भय (Fear of malediction) सबसे बड़ा होता है. हर व्यक्ति यही चाहता है कि उसके जीवन में दो चीजों की कमी कभी ना हो. पहला- रुपया पैसा और दूसरा- मान सम्मान. कई लोगों को आपने यह कहते सुना होगा कि पैसा तो कोई भी कमा लेता है लेकिन समाज में नाम और मान-सम्मान कमाना मुश्किल होता है. ऐसे में आचार्य चाणक्य की मानें तो किसी भी व्यक्ति को जीवन में हमेशा ही इस बात का डर सबसे ज्यादा रहता है कि कहीं किसी वजह से उसकी बदनामी न हो जाए. कहीं उसका मान-सम्मान उससे छिन न जाए.More Related News
