CDS बिपिन रावत के गांव के लोगों के दिल में उनकी कैसी छवि है
BBC
सीडीएस जनरल बिपिन रावत के आकस्मिक निधन पर उनका गांव गम में डूबा है. गांव के लोग उन्हें कैसे याद कर रहे हैं और जनरल रावत उनसे क्या कहा करते थे.
"जनरल बिपिन रावत राष्ट्र हित के लिए ही बने थे पर वह आत्मिक रूप से अपने गांव शहर से कभी दूर नहीं हुए. वह यहां विकास चाहते थे. अब वह भले ही नहीं रहे हैं, लेकिन हम चाहते हैं कि उनके पैतृक गांव मैं जनरल बिपिन रावत के नाम से सरकार सैनिक स्कूल या फिर अस्पताल बनवाए."
ये बातें ज़िला पौड़ी गढ़वाल के ब्लॉक द्वारीखाल के गांव जवाड़ निवासी प्रकाश सिंह तोमर ने कहीं.
प्रकाश सिंह पेशे से ठेकेदार हैं और जनरल बिपिन रावत के गांव से ही संबंध रखते हैं.
इसी गांव के एक अन्य आर्मी रिटायर्ड सत्य प्रकाश कंडवाल भी जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी की मौत पर काफ़ी दुखी हैं.
वह कहते हैं, "जनरल बिपिन हमारे गौरव थे. उनकी मौत से हम टूट गए हैं. वह काफ़ी सरल स्वभाव के व्यक्ति थे. मैं भी आर्मी से रिटायर हूं. ऐसे में मेरी निगाह में जनरल बिपिन रावत का सम्मान दोगुना था."