
Bood Donation के नाम पर ठगी, देश के सबसे बड़े अस्पताल के नाम पर 'गोरखधंधा'!
Zee News
रक्तदान महादान कहा जाता है लेकिन इसकी आड़ में भी ठगी के मामले सामने आ रहे हैं. हैरानी बात यह है कि ठगी देश के सबसे प्रतिष्ठित अस्पतालों में से एक AIMS के नाम पर की गई है.
नई दिल्ली: चंद पैसों के लालच में ठगी करने वाले कोई भी मौका नहीं छोड़ते, फिर चाहे ठगी का शिकार कोई कितना ही जरूरतमंद ही क्यों न हो. ताजा मामला सामने आया है देश के सबसे बड़े अस्पताल एम्स (AIMS) के नाम पर ठगी का. इन ठगों ने एक जरूरदमंद को चूना लगा दिया. अब मामला पुलिस तक पहुंच चुका है. एम्स के हेमेटोलॉजी विभाग में भर्ती 16 वर्षीय मरीज प्रताप जो कि Aplastic Anemia का मरीज है, उसे इलाज के लिए खून की जरूरत थी. मरीज की सारी डिटेल रक्त दान करने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह तक पहुंच जाती है और फिर वो गिरोह AIMS का ही फर्जी डॉक्टर डॉ विवेक वर्मा बन उस मरीज के रिश्तेदार से फोन पर बात कर अपनी AIMS की फर्जी आईडी भेजकर उसे भरोसे में लेता है.
Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.









