Primary Country (Mandatory)

Other Country (Optional)

Set News Language for United States

Primary Language (Mandatory)
Other Language[s] (Optional)
No other language available

Set News Language for World

Primary Language (Mandatory)
Other Language(s) (Optional)

Set News Source for United States

Primary Source (Mandatory)
Other Source[s] (Optional)

Set News Source for World

Primary Source (Mandatory)
Other Source(s) (Optional)
  • Countries
    • India
    • United States
    • Qatar
    • Germany
    • China
    • Canada
    • World
  • Categories
    • National
    • International
    • Business
    • Entertainment
    • Sports
    • Special
    • All Categories
  • Available Languages for United States
    • English
  • All Languages
    • English
    • Hindi
    • Arabic
    • German
    • Chinese
    • French
  • Sources
    • India
      • AajTak
      • NDTV India
      • The Hindu
      • India Today
      • Zee News
      • NDTV
      • BBC
      • The Wire
      • News18
      • News 24
      • The Quint
      • ABP News
      • Zee News
      • News 24
    • United States
      • CNN
      • Fox News
      • Al Jazeera
      • CBSN
      • NY Post
      • Voice of America
      • The New York Times
      • HuffPost
      • ABC News
      • Newsy
    • Qatar
      • Al Jazeera
      • Al Arab
      • The Peninsula
      • Gulf Times
      • Al Sharq
      • Qatar Tribune
      • Al Raya
      • Lusail
    • Germany
      • DW
      • ZDF
      • ProSieben
      • RTL
      • n-tv
      • Die Welt
      • Süddeutsche Zeitung
      • Frankfurter Rundschau
    • China
      • China Daily
      • BBC
      • The New York Times
      • Voice of America
      • Beijing Daily
      • The Epoch Times
      • Ta Kung Pao
      • Xinmin Evening News
    • Canada
      • CBC
      • Radio-Canada
      • CTV
      • TVA Nouvelles
      • Le Journal de Montréal
      • Global News
      • BNN Bloomberg
      • Métro
Bastar: ‘लाल आतंक’ के गढ़ बस्तर में जमीन खो रहे नक्सली संगठन, जानें कैसे बैकफुट पर आने को मजबूर?

Bastar: ‘लाल आतंक’ के गढ़ बस्तर में जमीन खो रहे नक्सली संगठन, जानें कैसे बैकफुट पर आने को मजबूर?

ABP News
Friday, January 07, 2022 04:29:56 PM UTC

बीते सालों में नक्सल संगठन को पुलिस ऑपरेशन से काफी नुकसान पहुंचा है और अब धीरे-धीरे नक्सली अंदरूनी क्षेत्रों में जनाधार भी खोते जा रहे हैं. कई नक्सली आत्मसमर्पण कर रहे हैं .

Bastar News: लाल आतंक का गढ़ कहे जाने वाले बस्तर में पिछले कुछ वर्षों से नक्सली संगठन लगातार कमजोर पड़ते नजर आ रहे हैं. पुलिस के एंटी नक्सल ऑपरेशन और नक्सलियों की मांद में नये पुलिस कैंप खोले जाने से नक्सलियों के गढ़ में पुलिस की दखलअंदाजी बढ़ी है. इसका फायदा देखने में आ रहा है कि पिछले कुछ वर्षों से नक्सली बस्तर में बैकफुट पर नजर आ रहे हैं. बीते वर्षों में नक्सल संगठन को पुलिस ऑपरेशन से काफी नुकसान पहुंचा है और अब धीरे-धीरे नक्सली अंदरूनी क्षेत्रों में जनाधार भी खोते जा रहे हैं. यही वजह है कि कई नक्सली हिंसा का रास्ता छोड़ सरकार की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर आत्मसमर्पण कर रहे हैं और बस्तर से नक्सलवाद का खात्मा के लिए बस्तर पुलिस का भरपूर सहयोग भी कर रहे हैं.   

2 वर्षों में नक्सलियों को पहुंचा नुकसानबस्तर आईजी सुंदरराज पी से मिली जानकारी के मुताबिक साल 2020-21 में 333 नक्सली घटनाओं में 122 मुठभेड़ हुई और मुठभेड़ में 44 नक्सलियों को पुलिस ने मार गिराया. इसके अलावा 344 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया. पुलिस ने बस्तर संभाग के अलग-अलग क्षेत्रों से कुल 439 नक्सलियों को गिरफ्तार किया. हालांकि साल 2020-21 में 37 जवानों की शहादत हुई और 49 आम नागरिक मारे गए. नक्सलियों का 82 हथियार पुलिस ने जब्त किया. इसके अलावा साल 2021-22 में कुल 232 नक्सली घटनाएं हुईं, जिसमें 114 मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने 42 नक्सलियों को मार गिराया. सबसे ज्यादा साल 2021-22 में 519 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया. 470 नक्सलियों को गिरफ्तार करने में पुलिस को मिली. वहीं 39 जवानों की शहादत हुई. साथ ही 39 आम नागरिक भी मारे गए. नक्सलियों के 76 हथियार भी पुलिस ने जब्त किये.

Read full story on ABP News
Share this story on:-
More Related News
© 2008 - 2025 Webjosh  |  News Archive  |  Privacy Policy  |  Contact Us