Ayurvedic Shower: इतनी देर से ज्यादा नहाना है खतरनाक, जानें नहाने का आयुर्वेदिक तरीका
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Ayurvedic Shower: आयुर्वेद में बताया गया है नहाने का सही तरीका, जिससे ड्राई स्किन की समस्या नहीं होगी. जानिए आयुर्वेदिक मॉश्चराइजर क्या है.
Ayurvedic Shower: रोज सुबह नहाना एक अच्छी आदत है, जिससे शरीर और दिमाग रिफ्रेश महसूस करता है और फोकस बढ़ जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि नहाने का आयुर्वेदिक तरीका क्या है? क्योंकि, ज्यादा देर तक नहाना शरीर के लिए खतरनाक है. जिससे ड्राई स्किन की समस्या हो सकती है. आयुर्वेदिक एक्सपर्ट डॉ. रेखा ने ड्राई स्किन से बचने के लिए नहाने का आयुर्वेदिक तरीका (Ayurvedic way of bathing) बताया है. आइए जानते हैं नहाने का सही तरीका क्या है? Ayurveda : सबसे पहले करें अभ्यंग डॉ. रेखा के मुताबिक, नहाने से 10 मिनट पहले अभ्यंग करना चाहिए. अभ्यंग का मतलब सिर में तेल की मालिश (ayurvedic hair oil) करना है. आयुर्वेद के मुताबिक, पतले लोगों (वात) को माशा तेल, मध्यम शरीर वाले लोगों (पित्त) को क्षीरबला तेल लगाना चाहिए. वहीं, भारी शरीर वाले लोगों (कफ) को मालिश नहीं करनी चाहिए. वहीं, तिल का तेल सभी प्रकार की त्वचा के लिए ठीक रहता है.More Related News