
9 अगस्त को UNSC बैठक की अध्यक्षता करेंगे PM Narendra Modi, समुद्र मंथन समेत इन पर होगा मंथन
Zee News
पीएम नरेंद्र मोदी भारत के पहले प्रधानमंत्री होंगे जो UNSC की अध्यक्षता करेंगे. इस दौरान समुद्र सुरक्षा पर मंथन किया जाएगा. ये बैठक 9 अगस्त को वर्चुअल माध्यम से आयोजित की जाएगी.
नई दिल्ली: संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की अपनी अध्यक्षता के दौरान भारत समुद्री सुरक्षा, आतंकवाद रोधी उपायों और शांतिरक्षक मिशन पर जोर देते हुए हस्ताक्षर कार्यक्रम आयोजित कर रहा है. विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को यह जानकारी दी. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) 9 अगस्त को यूएनएससी में समुद्री सुरक्षा पर एक ओपन डिस्कशन की वर्चुअल माध्यम से अध्यक्षता करेंगे. इसका विषय ‘समुद्री सुरक्षा बढ़ाना--अंतरराष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा के रखरखाव के लिए एक मामला’ होगा. उन्होंने आगे कहा, ‘हमारी अध्यक्षता के तहत, हम अपने चुने हुए तीन मुख्य क्षेत्रों पर हस्ताक्षर कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं: समुद्री सुरक्षा, शांतिरक्षक अभियान और आतंकवाद रोधी उपाय.’
Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.

India Nuclear Missile Force: दुनिया में आज के समय में सभी देश अपनी सैन्य शक्तियों को मजबूत कर रहे हैं. भारत ने भी पिछले कुछ दशकों में अपनी सैन्य ताकत में काफी मजबूती लाई है. भारत की परमाणु क्षमता की चर्चा दुनिया में अक्सर होती है, लेकिन इसे गहराई के साथ काफी कम लोग ही जानते हैं. भारत ने सिर्फ अग्नि श्रृंखला ही नहीं बल्कि जमीन, समुद्र, हवा और क्रूज मिसाइल सिस्टम का एक बड़ा नेटवर्क तैयार किया है.









