5G के विरोध से पहले भी दिखा है जूही चावला का एक्टिविस्ट अवतार
The Quint
एक्टर और एक्टिविस्ट जूही चावला पहले भी पर्यावरण से जुड़े कई मुद्दों का खुलकर विरोध कर चुकी हैं. Actor and environmental activist Juhi Chawla has been fighting long against mobile tower radiation.
बॉलीवुड एक्टर जूही चावला ने भारत में 5G टेक्नोलॉजी के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर की है. अपनी याचिका में जूही चावला ने रेडिएशन से लोगों और जानवरों पर होने वाले प्रभावों को लेकर चिंता व्यक्त की है. ये पहली बार नहीं है जब जूही चावला किसी मुद्दे के खिलाफ कोर्ट गई हों. इससे पहले भी वो पर्यावरण से जुड़े कई मुद्दों का खुलकर विरोध कर चुकी हैं.साल 2011 में जूही चावला और इलाके के कई लोगों ने मोबाइल टावर के खिलाफ शिकायत की थी, जिसके बाद प्रशासन ने इलाके में से कई मोबाइल टावरों को हटा दिया था. इसके बाद से ही जूही चावला मोबाइल टावर से होने वाली रेडिएशन को लेकर लगातार लोगों का जागरुक कर रही हैं. वो सिटिजन फॉर टुमौरो नाम का संगठन भी चलाती हैं.मोबाइल टावर रेडिएशन के खिलाफ लगातार कर रहीं कामसाल 2013 में, जूही चावला ने मोबाइल रेडिएशन के खतरे के बारे में द हिंदू बिजनेस लाइन से कहा था, “हम टेलीकॉम कंपनियों के खिलाफ नहीं हैं. हम बस ये कह रहे हैं कि अगर टेलीकॉम कंपनियां मार्केंटिंग पर इतने पैसे खर्च कर रही हैं, तो उन्हें इसे सुरक्षित बनाने पर भी खर्च करना चाहिए.”साल 2018 में सुप्रीम कोर्ट में याचिका भी डाली थी. जूही ने अपनी याचिका में स्वास्थ्य संबंधी खतरों को कम करने के लिए रेडिएशन को कम करने के लिए नियमों और मानदंडों की मांग की. याचिका में जूही चावला ने कहा था कि मोबाइल टावर/एंटीना से निकलने वाले EMF रेडिएशन से थकान, मेमोरी लॉस समेत कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां हो सकती हैं.5G के खिलाफ कोर्ट गईं जूहीजूही चावला ने कहा, “हम टेक्नोलॉजिकल एडवांसमेंट के खिलाफ नहीं है. बल्कि, हम टेक्नोलॉजी के लेटेस्ट प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करते हैं, जिसमें वायरलेस कम्युनिकेशंस के क्षेत्र भी शामिल हैं. हालांकि, बाद के उपकरणों का उपयोग करते समय, हम निरंतर दुविधा में रहते हैं, क्योंकि वायर-फ्री गैजेट्स और नेटवर्क सेल टावरों से RF रेडिएशन के संबंध में अपनी खुद की रिसर्च और स्टडी करने के बाद, हमारे पास ये मानने का पर्याप्त कारण है कि रेडिएशन लोगों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को लेकर हानिकारक है.”जूही चावला ने कहा कि अगर टेलीकन्युनिकेशंस इंडस्ट्री 5G लागू करने का प्लान करती है, तो कोई इंसान, कोई जानवर या धरती पर कोई भी पेड़-पौधा RF रेडिएशन से बच नह...More Related News