48 साल पुरानी कंपनी, बनाती है पेंसिल... अब IPO लाने की तैयारी, जानिए डिटेल्स
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Dom's Industries Limited की ओर मार्केट रेग्यूलेटर सेबी (SEBI) के पास आईपीओ के लिए जो ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) जमा कराया गया है, उसके अनुसार कंपनी ने आईपीओ के जरिए बाजार से 1200 करोड़ रुपये जुटाने का प्लान बनाया है.
हमारी स्कूलिंग के दौरान हमने भी पेंसिल से खूब लिखा और अब हमारे बच्चे भी इसका इस्तेमाल कर रहे हैं. पेंसिल और रबर बेचने के कारोबार से जुड़ी एक बड़ी कंपनी अब कमाई का शानदार मौका देने वाली है. जी हां, हम बात कर रहे हैं डोम्स इंडस्ट्रीज की, जो साल 1975 से ही इस सेक्टर में अपना दबदबा बनाए हुए है. ये स्टेशनरी ब्रांड अब जल्द ही अपना आईपीओ (IPO) लॉन्च करने की तैयारी कर रहा है.
सेबी के पास जमा कराए हैं दस्तावेज डोम्स इंडस्ट्रीज लिमिटेड (Dom's Industries Limited) की ओर मार्केट रेग्यूलेटर सेबी (SEBI) के पास आईपीओ के लिए दस्तावेज जमा कर दिए हैं. कंपनी आईपीओ पेश करते हुए शेयर बाजार (Stock Market) में लिस्टिंग की तैयारी कर रही है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, सेबी के पास जमा किए गए ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) के अनुसार कंपनी ने आईपीओ के जरिए बाजार से 1200 करोड़ रुपये जुटाने का प्लान बनाया है. इसमें 350 करोड़ रुपये तक का फ्रेश इश्यू और प्रमोटरों द्वारा 850 करोड़ रुपये तक का ऑफर-फॉर-सेल (OFS) शामिल है.
यहां होगा IPO से जुटाई रकम का इस्तेमाल पेंसिल निर्माता कंपनी अपने आईपीओ के जरिए जुटाई गई रकम का इस्तेमाल प्रोडक्शन कैपिसिटी को बढ़ाने में करेगी. नए इश्यू के माध्यम से जो पैसे जुटाए जाएंगे वो राइटिंग इंस्ट्रूमेंट्स, वाटरकलर पेन, मार्कर और हाइलाइटर्स की विस्तृत श्रृंखला के उत्पादन के लिए एक नई मैन्युफैक्चरिंग यूनिट स्थापित करने में खर्च किए जाएंगे. हालांकि, अभी इसे सेबी की मंजूरी नहीं मिली है, लेकिन उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ये स्टेशनरी निर्माता कंपनी लोगों को कमाई का मौका दे सकती है.
1975 में हुई थी कंपनी की शुरुआत डोम्स इंडस्ट्रीज की स्थापना साल 1975 में रसिकभाई रवेशिया और मनसुखलाल राजानी द्वारा की गई थी. इसके बाद कंपनी ने अपना फ्लैगशिप ब्रांड Dom's साल 2005 में लॉन्च किया था. वैल्यू की बात करें तो पेंसिल, रबर और शॉपनर समेत अन्य स्टेशनरी प्रोडक्ट बेचने वाली ये कंपनी करीब 4,000 करोड़ रुपये की मार्केट वैल्यू रखती है. शुरुआत में कंपनी ने कर्नाटक से अपना पहला प्रोडक्ट लॉन्च किया था, लेकिन इसके बाद जैसे-जैसे कारोबार बढ़ा कंपनी ने इसका विस्तार देश के दूसरे राज्यों में कर दिया. हालांकि, इस बीच कंपनी को कई तरह की चुनौतियों का भी सामना करना पड़ा, क्योंकि इस सेक्टर में अन्य ब्रांड्स से इसे सीधी टक्कर मिली थी, लेकिन इसका दबदबा कम नहीं हुआ.
40 से ज्यादा देशों में कारोबार गौरतलब है कि ये स्टेशनरी प्रोडक्ट्स निर्माता कंपनी मुख्य रूप से प्रमुख ब्रांड DOMS और उप-ब्रांड C3, Amariz और फिक्सी फिक्स के तहत घरेलू बाजार में अपने प्रोडक्ट सेल करती है. न केवल घरेलू मार्केट बल्कि डोम्स के स्टेशनरी और अन्य प्रोडक्टस दुनिया के करीब 40 देशों में बेचे जाते हैं. इनमें अमेरिका, अफ्रीका, एशिया-प्रशांत, यूरोप और पश्चिम एशिया शामिल है.
इस कंपनी के प्रोडक्ट्स सात कैटेगरी में मार्केट में बेचे जाते हैं. इनमें शैक्षिक स्टेशनरी, शैक्षिक कला सामग्री, पेपर स्टेशनरी, किट और कॉम्बो, कार्यालय आपूर्ति, शौक और शिल्प और ललित कला से संबंधित प्रोडक्ट्स शामिल हैं. FY23 तक कंपनी के कोर प्रोडक्ट्स जैसे पेंसिल और मैथामेटिकल इंस्ट्रूमेंट्स की इस मार्केट में क्रमशः 29 फीसदी और 30 फीसदी के मूल्य पर हिस्सेदारी रही. यहां बता दें अपना आईपीओ लॉन्च करने के लिए पूरी तरह से तैयार Doms Industries Limited के बुक रनिंग लीड मैनेजरों में जेएम फाइनेंशियल (JM Financial), बीएनपी पारिबा (BNP Paribas), आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज (ICICI Securities) और आईआईएफएल सिक्योरिटीज (IIFL Securities) जैसे दिग्गज नाम हैं. \