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27000KM की तूफानी रफ्तार! DRDO की 'सूर्य मिसाइल' से थर्राया दुश्मन? 30 मिनट में नाप देगी पूरी दुनिया
Zee News
Surya missile DRDO: सबसे रोमांचक बात यह है कि इस मिसाइल की अधिकतम गति मैक 27 यानी आवाज की स्पीड से 27 गुना ज्यादा है. तक होने का दावा किया जाता है. इस बेजोड़ हाइपरसोनिक रफ़्तार के दम पर 'सूर्य मिसाइल' दुनिया के किसी भी कोने में, सिर्फ़ 30 से 40 मिनट में, हमला करने की क्षमता रखेगी.
Surya missile DRDO: भारत के रक्षा गलियारों में एक ऐसी मिसाइल की फुसफुसाहट जोर पकड़ रही है, जिसका नाम है 'सूर्य'. हालांकि भारत सरकार या DRDO ने आधिकारिक तौर पर इसके अस्तित्व की कभी पुष्टि नहीं की है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय रक्षा विशेषज्ञ इसे भारत का सबसे बड़ा और सबसे सीक्रेट हथियार मानते हैं. यह एक अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) बताई जाती है, जिसकी मारक क्षमता 12,000 किलोमीटर से लेकर 18,000 किलोमीटर तक होने का अनुमान है. यह रेंज इतनी बड़ी है कि धरती का लगभग हर देश इसकी जद में आ सकता है. : देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें .

Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.









