)
2040 तक भारत बनाएगा घातक सुपरसोनिक ड्रोन, चीन-पाकिस्तान में घूसकर मचाएगा कोहराम!
Zee News
Supersonic Drone India: भारतीय वायुसेना एक 35-40 टन वजनी सुपरसोनिक ड्रोन (Unmanned Combat Aerial Vehicle) बना रही है, जो बिना आफ्टरबर्नर के Mach 1.2 की गति से उड़ सकेगा और 4 टन हथियार लेकर 1,500 किलोमीटर तक सटीक हमला करने में सक्षम होगा. यह प्रोजेक्ट पूरी तरह स्वदेशी होगा और चीन-पाकिस्तान के लिए बड़ा खतरा साबित होने वाला है.
Supersonic Drone India: भारत अपनी डिफेंस सिस्टम को लगातार मजबूत करता जा रहा है. इसके लिए न केवल आधुनिक हथियार बना रहा, बल्कि फ्यूचरिस्टिक घातक ड्रोन डेवलप कर रहा है. ऐसे में खबर है कि भारतीय वायुसेना (IAF) भविष्य की लड़ाइयों के लिए एक बड़ा कदम उठाने जा रही है. वायुसेना एक सुपरसोनिक यूसीएवी (Unmanned Combat Aerial Vehicle) यानी मानवरहित लड़ाकू विमान (ड्रोन) विकसित करने की योजना पर काम कर रही है, जिसकी आंतरिक हथियार प्रणाली (IBW) क्षमता 4 टन होगी और जो सुपरक्रूज तकनीक से लैस होगी. जिसकी जद में चीन-पाकिस्तान आसानी से आ सकते हैं.

36 MW Class Gas Turbine Engine: नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने कॉन्फ्रेंस में बताया कि नौसेना अब पूरी तरह स्वदेशी 36 मेगावॉट क्लास गैस टर्बाइन इंजन, अगली पीढ़ी की डीजल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन सिस्टम. फुल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन तकनीक विकसित कर रही है. इनका पहला ऑपरेशनल संस्करण 2029 में नौसेना के जहाजों पर आने की उम्मीद है.

Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.








