
स्मोकिंग करने वालों के लिए कितना खतरनाक है कोविड-19 का संक्रमण, जानिए क्या कहते हैं रिसर्च के नतीजे
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डॉक्टर कहते हैं, “धूम्रपान करने वाल लोगों में कोरोना संक्रमण के साथ-साथ दीगर लाहक बीमारियों की चपेट में आने की संभावना काफी बढ़ जाती है, क्योंकि कोरोना वायरस फेफड़ों को नुकसान पहुंचाता है जबकि धूम्रपान फेफड़ों को कमजोर बनाता है.”
नई दिल्ली. स्मोकिंग करने वालों को कोरोना वायरस असर करता है या नहीं, और करता है तो कितना, यह सवाल कई लोगों के जेहन में घूम रहा है. धुम्रपान करने वाले कई लोग इस मुगालते में भी हैं कि सिगरेट पीने से कोरोना वायरस मर जाता है और इस तरह सिगरेट को वह कोरोना से बचाव के एक तरीके के तौर पर भी देखते हैं. दूसरी जानिब वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन का कहना है कि स्मोकिंग कर अपने फेफड़ों को नुकसान पहुंचाने वाले लोगों में कोविड की गंभीरता और इससे मौत का खतरा 50 फीसदी ज्यादा होता है बनिस्बत उन लोगों के जो स्मोकिंग नहीं करते हैं. डब्ल्यूएचओ की मानें तो तंबाकू का धुआं सांस की नली और फेफड़ों में कोरोना वायरस के एसीईट रिसेप्टर्स की तादाद को बढ़ा देता है, जिससे कोरोना संक्रमण की चपेट में आने का खतरा बढ़ जाता है. सिगरेटनोशी करने वाले लोग अगर कोरोना वायरस से संक्रमित हो जाते हैं, तो उनके लिए वेंटिलेटर पर पहुंचने और मौत का जोखिम काफी बढ़ जाता है.
36 MW Class Gas Turbine Engine: नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने कॉन्फ्रेंस में बताया कि नौसेना अब पूरी तरह स्वदेशी 36 मेगावॉट क्लास गैस टर्बाइन इंजन, अगली पीढ़ी की डीजल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन सिस्टम. फुल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन तकनीक विकसित कर रही है. इनका पहला ऑपरेशनल संस्करण 2029 में नौसेना के जहाजों पर आने की उम्मीद है.

Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

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