
सीरिया में इस्लामिक स्टेट लड़ाकों के बीवी-बच्चे किस हाल में हैं?
BBC
एक समय सीरिया के बड़े इलाके पर इस्लामिक स्टेट के लड़ाकों का नियंत्रण था. उनका क्या हुआ और उनके बीवी-बच्चे कैसी ज़िंदगी बिता रहे हैं.
इमेज स्रोत, Jewan Abdi
सीरिया के अल-होल शिविर में अराजकता, हताशा और ख़तरा सा दिखता है. इस शिविर में इस्लामिक स्टेट के विदेशी लड़ाकों की पत्नियां और बच्चे रहते हैं. टेंटों के इस शहर में रहने वाले लोग हथियारबंद सुरक्षाकर्मियों, निगरानी टावरों और कांटेदार बाड़ों से घिरे हुए रहते हैं.
विशाल रेगिस्तान में फैला ये शिविर क़ामिशली शहर के पास स्थित अल-मलिक्याह से चार घंटे की दूरी पर है. यह उत्तर-पूर्वी सीरिया में सीरिया-तुर्क़ी की सीमा के पास मौजूद है.
यहां रहने वाली महिलाएं काले कपड़े और नक़ाब पहनती हैं. कई इनसे अलग हैं. वहीं बाक़ियों का व्यवहार और स्वभाव दोस्ताना मालूम नहीं पड़ा. सब्ज़ियों की छोटी-सी मंडी के पास के एक कोने में चिलचिलाती धूप से बचती हुई कई महिलाएं आपस में बातचीत कर रही हैं. वो सभी पूर्वी यूरोप की रहने वाली हैं.
मैंने जब उनसे पूछा कि वो यहां कैसे पहुंचीं, तो इसके लिए उन्होंने अपने पति को जिम्मेदार बताया. उनके कहने का अर्थ यही था कि पति के आईएस में शामिल होने के चलते वो हज़ारों मील दूर और हजारों को प्रताड़ित करने, मारने और ग़ुलाम बनाने वाले संगठन के तहत रहने वहां पहुंची. उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि उनकी एक ही ग़लती थी कि वो ग़लत इंसान के प्यार में पड़ गईं.
