
सावधानः इन मरीजों को कोरोना संक्रमण से है ज्यादा खतरा, इंफेक्शन के चलते जा रही आंखों की रोशनी!
Zee News
म्यूकोरमाइकोसिस बीमारी में मरीज की नाक खुश्क हो जाती है. नाक की परत अंदर से सूखने लगती है और चेहरा और त्वचा सुन्न हो जाती है.
नई दिल्लीः कोरोना महामारी के इस दौर में हर इंसान परेशान है और बीमारी के खतरे से जूझ रहा है. लेकिन डायबिटीज के शिकार मरीजों को कोरोना संक्रमण का खतरा कुछ ज्यादा है. दरअसल कोरोना संक्रमण के बाद कुछ डायबिटीज के मरीजों की आंखों की रोशनी भी जाने की घटनाएं हुई हैं. म्यूकोरमाइकोसिस नामक बीमारी का खतरा दरअसल डायबिटीज के मरीजों को अगर कोरोना संक्रमण हो जाता है तो बाकी कोरोना मरीजों की तरह उन्हें भी इलाज में स्टेरॉइड दिया जाएगा. स्टेरॉइड के सेवन से डायबिटीज के मरीजों में फंगस इंफेक्शन होने का खतरा बहुत ज्यादा बढ़ जाता है. कई मामलों में यह फंगस इंफेक्शन आंख की नसों के पास जमा हो जाता है. इससे मरीजों में म्यूकोरमाइकोसिस नामक बीमारी हो जाती है. जिसमें फंगस इंफेक्शन के चलते मरीज की सेंट्रल रेटाइनल आर्टरी में ब्लड का फ्लो बाधित हो जाता है, जिससे आंख की रोशनी हमेशा के लिए जा सकती है.
Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.









