सर्बानंद सोनोवाल: हिमंत बिस्वा सरमा के खातिर छोड़ी असम के CM की कुर्सी, अब बने PM मोदी के नए महारथी
NDTV India
सर्बानंद सोनोवाल असम के कछारी जनजातीय समुदाय से आते हैं. उन्हें जातीय नायक भी कहा जाता है. यह उपमा उन्हें राज्य के सबसे पुराने छात्र संगठन AASU ने दी थी. सोनोवाल के पास एलएलबी की डिग्री है. अपने डेढ़ दशक से अधिक के सियासी करियर के दौरान उनकी छवि साफसुथरी रही है और कभी भी उनका नाम विवादों में नहीं आया.
असम में बीजेपी के कद्दावर नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री सर्बानंद उन 15 कैबिनेट मंत्रियों में से एक हैं, जिन्हें आज मंत्री पद की शपथ ग्रहण की. असम में बीजेपी को दोबारा सत्ता दिलाने में उनकी काफी अहम भूमिका रही है. चुनाव जीतने के बाद अपनी कुर्सी उन्होंने खुशी-खुशी हिमंत बिस्वा सरमा के लिए छोड़ दी थी. 59 वर्षीय सर्बानंद की गिनती असम के युवा तेजतर्रार नेताओं में होती है.More Related News