समलैंगिक रिलेशन पर आदेश देने के पहले इसके मनोविज्ञान के बारे में जानेंगे हाईकोर्ट के जस्टिस
NDTV India
समलैंगिक संबंधों के मामलों में दिशानिर्देश के लिए समलैंगिक जोड़े की याचिका पर न्यायमूर्ति एन आनंद वेंकेटश ने हाल में दिया फैसले में कहा,‘‘मैं इस पूरे प्रकरण को समझने के लिए खुद को कुछ समय देना चाहता हूं.’’ उन्होंने लिखा,‘‘ अंतत: इस मामले में शब्द मेरे दिल से आने चाहिए न कि मेरे दिमाग से और यह तब तक संभव नहीं है जबतक कि मैं इस पहलू से ‘जागरूक’ नहीं हूं.’’
मद्रास हाईकोर्ट के एक न्यायाधीश (Madras high court judge) ने समलैंगिक रिश्तों (Same sex relationship) पर फैसला सुनाने से पहले ऐसे संबंधों के मनोविज्ञान का अध्ययन करने का फैसला किया है ताकि वह पूरे प्रकरण को समझ सकें एवं आदेश ‘ दिल से लिख सकें. समलैंगिक संबंधों के मामलों में दिशानिर्देश के लिए समलैंगिक जोड़े की याचिका पर न्यायमूर्ति एन आनंद वेंकेटश ने हाल में दिया फैसले में कहा,‘‘मैं इस पूरे प्रकरण को समझने के लिए खुद को कुछ समय देना चाहता हूं.'' उन्होंने लिखा,‘‘ अंतत: इस मामले में शब्द मेरे दिल से आने चाहिए न कि मेरे दिमाग से और यह तब तक संभव नहीं है जबतक कि मैं इस पहलू से ‘जागरूक' नहीं हूं.''More Related News