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समंदर से निकलेगी मौत! इंडियन नेवी बना रही NG-SLSAM मिसाइल सिस्टम, दुश्मन विमानों को करेगी तबाह
Zee News
Indian Navy Hybrid NG-SLSAM: यह सिस्टम 'हाइब्रिड' इसलिए कहलाता है क्योंकि इसे पनडुब्बी के टॉरपीडो ट्यूब या विशेष वर्टिकल लॉन्च सिस्टम (VLS), दोनों में से किसी भी तरीके से लॉन्च किया जा सकेगा. ऐसे में, यह टेक्नोलॉजी भारत को उन चुनिंदा वैश्विक ताकतों की लीग में शामिल कर देगी जिनके पास पानी के भीतर से हवाई लक्ष्य को भेदने की क्षमता है.
Indian Navy Hybrid NG-SLSAM: भारतीय नौसेना अपनी पनडुब्बी युद्ध की क्षमता को एक नई ताकत देने के रूप में है. नौसेना एक अत्याधुनिक हाइब्रिड नेक्स्ट-जेनरेशन सबमरीन-लॉन्च्ड सरफेस-टू-एयर मिसाइल (Hybrid NG-SLSAM) सिस्टम बनाने की प्लानिंग बना रही है. यह सिस्टम पनडुब्बी को पानी के भीतर से ही हवा में उड़ रहे दुश्मन के विमानों, हेलीकॉप्टरों और समुद्री निगरानी ड्रोनों पर हमला करने की कई गुना ताकत देगी. यह टेक्नोलॉजी पनडुब्बी की सुरक्षा और आक्रमण दोनों क्षमताओं को कई गुना बढ़ा देगी.

36 MW Class Gas Turbine Engine: नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने कॉन्फ्रेंस में बताया कि नौसेना अब पूरी तरह स्वदेशी 36 मेगावॉट क्लास गैस टर्बाइन इंजन, अगली पीढ़ी की डीजल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन सिस्टम. फुल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन तकनीक विकसित कर रही है. इनका पहला ऑपरेशनल संस्करण 2029 में नौसेना के जहाजों पर आने की उम्मीद है.

Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.








