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समंदर में उतरा इंडियन नेवी का स्वदेशी स्टील्थ फ्रिगेट ‘तारागिरी’, ब्रह्योस से लैस है यह पानी का तूफान
Zee News
Indian navy: इंडियन नेवी में चौथा स्वदेशी युद्धपोत शामिल हो गया है. महाराष्ट्र के मझगांव में INS तारागिरी नेवी में शामिल हुआ. इससे पहले नीलगिरी नेवी में शामिल हुआ था. तारागिरी समंदर का घातक युद्धपोत है. यह ब्रह्योस क्रूज मिसाइल से लैस है.
Indian navy: इंडियन नेवी प्रमुख एडमिरल के दिनेश त्रिपाठी ने कुछ पहले कहा था कि नेवी में औसतन हर 40 दिन में एक युद्धपोत शामिल होगा. ये सभी युद्धपोत स्वदेशी हैं. भारत समंदर में 200 से अधिक युद्धपोत उतारने की तैयारी में है, जिससे समुद्री निगरानी और युद्ध क्षमता में इंडियन नेवी की ताकत बढ़े. एडमिरल के दिनेश के इस कथन के बीच 3 युद्धपोत नेवी में शामिल हो चुके हैं. सबसे लेटेस्ट नेवी में शामिल होने वाला यु्द्धपोत तारागिर है.

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.

India Nuclear Missile Force: दुनिया में आज के समय में सभी देश अपनी सैन्य शक्तियों को मजबूत कर रहे हैं. भारत ने भी पिछले कुछ दशकों में अपनी सैन्य ताकत में काफी मजबूती लाई है. भारत की परमाणु क्षमता की चर्चा दुनिया में अक्सर होती है, लेकिन इसे गहराई के साथ काफी कम लोग ही जानते हैं. भारत ने सिर्फ अग्नि श्रृंखला ही नहीं बल्कि जमीन, समुद्र, हवा और क्रूज मिसाइल सिस्टम का एक बड़ा नेटवर्क तैयार किया है.








