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‘शांति चाहिए, पर सीमा की रक्षा के लिए तैयार’ राष्ट्रपति मुर्मू ने 'चाणक्य डिफेंस डायलॉग' में दुनिया को दिया संदेश
Zee News
Chanakya Defence Dialogue 2025: दिल्ली में आयजोति दो दिवसीय चाणक्य डिफेंस डायलॉग में राष्ट्रपति मुर्मू का यह संबोधन भारत की विदेश और रक्षा नीति की द्वैध प्रकृति यानी शांति की चाह और रक्षा की तैयारी एक साथ को मजबूती से रेखांकित करता है.
Chanakya Defence Dialogue 2025: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को नई दिल्ली के मानेकशॉ सेंटर में चाणक्य डिफेंस डायलॉग 2025 को संबोधित करते हुए कहा कि भारत हमेशा शांति चाहता है, लेकिन वह अपनी सीमाओं और नागरिकों की रक्षा के लिए पूरी तरह से तैयार है. राष्ट्रपति ने कहा कि भारत की कूटनीति, आर्थिक ताकत और सशस्त्र बल मिलकर एक ऐसे राष्ट्र की तस्वीर पेश करते हैं जो शांति के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन ताकत और दृढ़ विश्वास के साथ अपने नागरिकों की रक्षा करने के लिए तैयार भी है.

Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.









