
वो गलती जिसके कारण बुरी तरह टूटा मोरबी पुल, हादसे में बचे पीड़ित ने सुनाई हर पल की कहानी
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समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में पीड़ित अश्विन अर्जुन भाई ने बताया- ' पुल के बीच में 20-25 की उम्र के 15-20 युवक चिल्ला रहे थे. वो लोग पुल को हिला रहे थे और सब एक जगह इकट्ठे हो गए.
नई दिल्ली. गुजरात के मोरबी जिले में लच्छू नदी पर बने पुल के टूटने से अब तक 130 से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं. घटना के वक्त पुल पर करीब 400 से 500 लोग मौजूद थे. दुर्घटना के एक पीड़ित ने मोरबी पुल पर हुए हादसे के हर एक पल के बारे में जानकारी दी है. उन्होंने बताया है कि घटना की शुरुआत कैसे हुई और खुद जिंदा कैसे बच पाए! | An injured survivor in the recounts the harrowing moment when the suspension bridge collapsed and how he saved himself
कैसे हुई दुर्घटना? एकाएक पुल से नीचे गिर लोग समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में पीड़ित अश्विन अर्जुन भाई ने बताया- 'घटना शाम 6:30 बजे के आस-पास हुई. पुल के बीच में 20-25 उम्र के 15-20 लड़के चिल्ला रहे थे. वो लोग पुल को हिला रहे थे और सब एक जगह इकट्ठे हो गए. तीन बार जोर की आवाज आई और जब चौथी बार आवाज आई तो पुल टूट गया. जोर से आवाज हुई. मेरे सामने मौजूद सभी लोग नदी में गिर गए. हम लोग किनारे थे और हमने झाड़ी (जाली) पकड़ ली. झाड़ी पकड़कर हम धीरे-धीरे बाहर निकल गए.' — ANI (@ANI)

36 MW Class Gas Turbine Engine: नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने कॉन्फ्रेंस में बताया कि नौसेना अब पूरी तरह स्वदेशी 36 मेगावॉट क्लास गैस टर्बाइन इंजन, अगली पीढ़ी की डीजल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन सिस्टम. फुल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन तकनीक विकसित कर रही है. इनका पहला ऑपरेशनल संस्करण 2029 में नौसेना के जहाजों पर आने की उम्मीद है.

Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.








