
विदेश में पढ़ने या नौकरी करने वाले 28 दिन में ले सकते हैं Covishield की दूसरी डोज, सरकार ने जारी की गाइडलाइन
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केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (Mohfw) ने कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) के नियमों में बदलाव किया है और अब कोविशील्ड (Covishield) के पहले और दूसरे डोज के बीच का अंतर कम कर दिया है
नई दिल्ली: कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में वैक्सीन को सबसे बड़ा हथियार माना जा रहा है और देशभर में 18 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को टीका लगाया जा रहा है. इस बीच सरकार ने एक बाद फिर टीकाकरण को लेकर नियमों में बदलाव किया है और अब कोविशील्ड (Covishield) के पहले और दूसरे डोज के बीच का अंतर कम कर दिया है. केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (Mohfw) ने गाइडलाइन जारी कर बताया है कि विदेश यात्रा पर जाने वालों के लिए कोविशील्ड (Covishield) पहले और दूसरे डोज का गैप कम किया गया है, जबकि आम परिस्थिति में लोगों को दूसरी डोज के लिए 84 दिन का इंतजार करना होगा.
Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.

India Nuclear Missile Force: दुनिया में आज के समय में सभी देश अपनी सैन्य शक्तियों को मजबूत कर रहे हैं. भारत ने भी पिछले कुछ दशकों में अपनी सैन्य ताकत में काफी मजबूती लाई है. भारत की परमाणु क्षमता की चर्चा दुनिया में अक्सर होती है, लेकिन इसे गहराई के साथ काफी कम लोग ही जानते हैं. भारत ने सिर्फ अग्नि श्रृंखला ही नहीं बल्कि जमीन, समुद्र, हवा और क्रूज मिसाइल सिस्टम का एक बड़ा नेटवर्क तैयार किया है.









