
लता दीदी ने हमें जीवन दिया, हम उन्हें कुछ नहीं दे सकेः मीना मंगेशकर
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लता मंगेशकर को लोग एक हमेशा खुश रहने वाली मुस्कुराती शख्सियत के रूप में याद करते हैं लेकिन उनकी जीवन यात्रा में बहुत दर्द और संघर्ष थे.
लता मंगेशकर अब दुनिया में नहीं हैं. लोग जब लता के चेहरे को याद करते हैं तो एक मीठी-सौम्य मुस्कान वाला चेहरा याद आता है. कानों में गूंजती सुरीली तान याद आती है. लेकिन इसी चेहरे और आवाज के पीछे दर्द और संघर्ष की एक मिसाल कम लोग ही देख पाते हैं.

रूसी बैले डांसर क्सेनिया रयाबिनकिना कैसे राज कपूर की क्लासिक फिल्म मेरा नाम जोकर में मरीना बनकर भारत पहुंचीं, इसकी कहानी बेहद दिलचस्प है. मॉस्को से लेकर बॉलीवुड तक का उनका सफर किसी फिल्मी किस्से से कम नहीं. जानिए कैसे उनकी एक लाइव परफॉर्मेंस ने राज कपूर को प्रभावित किया, कैसे उन्हें भारत आने की इजाजत मिली और आज वो कहां हैं और क्या कर रही हैं.

शहनाज गिल ने बताया कि उन्हें बॉलीवुड में अच्छे रोल नहीं मिल रहे थे और उन्हें फिल्मों में सिर्फ प्रॉप की तरह इस्तेमाल किया जा रहा था. इसी वजह से उन्होंने अपनी पहली फिल्म इक कुड़ी खुद प्रोड्यूस की. शहनाज ने कहा कि वो कुछ नया और दमदार काम करना चाहती थीं और पंजाबी इंडस्ट्री में अपनी अलग पहचान बनाना चाहती थीं.











