लखीमपुर हिंसा पर SC की तल्ख टिप्पणी, कहा- कोई ऐसी घटनाओं की जिम्मेदारी नहीं लेता
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उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा (Lakhimpur Kheri Violence) के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने तल्ख टिप्पणी की है. कोर्ट ने कहा कि जब ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं होती हैं, तो कोई भी जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं होता.
नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने सोमवार को किसान संगठन की अर्जी पर सुनवाई करते हुए कहा कि जब लखीमपुर खीरी जैसी घटनाएं हो जाती हैं तो फिर कोई जिम्मेदारी नहीं लेता. किसान महापंचायत नामक संगठन ने शीर्ष अदालत से मांग की थी कि उन्हें दिल्ली के जंतर-मंतर पर सत्याग्रह करने की परमिशन दी जाए, इसी मामले की सुनवाई करते हुए कोर्ट ने तल्ख टीप्पणी की है.
किसान महापंचायत संगठन की अर्जी पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने किसानों के आंदोलन पर सवाल उठाया कि जब कानूनों के अमल पर रोक है तो विरोध किस बात का. किसानों की मांग पर कहा कि कोर्ट इस बात का परीक्षण करेगा कि क्या प्रदर्शन करने का हक मूल अधिकार है या नहीं. वहीं केंद्र सरकार की तरफ से अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने कहा कि यदि हमें लखीमपुर खीरी जैसी घटनाओं को टालना है तो भविष्य में ऐसे किसी आंदोलन को परमिशन नहीं दी जानी चाहिए.
Delhi Baby Care Center Fire: देश की राजधानी दिल्ली से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आ रही है. यहां के एक बेबी अस्पताल में भीषण आग लगने से 6 बच्चों की झुलसकर मौत हो गई है. वहीं, 5 बच्चों की स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है. उनका इलाज चल रहा है, जबकि एक बच्चा वेंटिलेटर पर है. रिपोर्ट्स की मानें, तो यह घटना शनिवार 25 मई देर रात की है.
Swati Maliwal: आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सदस्य स्वाति मालीवाल ने गुरुवार को उन मीडिया रिपोर्ट्स पर प्रतिक्रिया दी, जिनमें दावा किया गया था कि पार्टी चाहती थी कि वह अपनी राज्यसभा सदस्यता छोड़ दे ताकि उसे एक 'विशेष वकील' को दिया जा सके. इस पर उन्होंने कहा, अगर पार्टी चाहती कि वह राज्यसभा सदस्यता छोड़ दें तो वह खुशी-खुशी इसे छोड़ देतीं.