
रूस यूक्रेन संकट: बम धमाकों के बीच सूमी में कैसे बीते वो 13 दिन.. भारतीय छात्रों की आपबीती..
BBC
700 भारतीय छात्र सूमी में फंसे 13 दिन से फंसे थे. रोज़ उन्हें निकालने की नई तारीख मिल रही थी. उन बच्चों ने बीबीसी को बताया कि बम धमाकों के बीच रहना कैसा होता है ?
तारीख़- 7 मार्च
वक्त- सुबह के आठ बजे
यूक्रेन के सूमी शहर की एक यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में हर तरफ एक नाउम्मीदी और उदासी पसरी है. छात्र अपना सामान पैक किए 12 दिन से बैठे हैं. इस उम्मीद में कि आज यहां से बाहर निकलने का कोई ना कोई रास्ता निकल आएगा. लेकिन जैसे जैसे वक्त बीतता है, कोई मदद ना मिलने से छात्रों के बीच मायूसी बढ़ती जाती है.
नाश्ते का वक्त हो चुका है. भूख लगी है और हॉस्टल नंबर 3 के किचन में इंडक्शन चूल्हे पर अंडे उबाले जा रहे हैं. इन अंडों के सहारे दिन कटेगा. अगला निवाला कब मिलेगा छात्रों को ये भी नहीं मालूम.
सूमी स्टेट मेडिकल यूनिवर्सिटी के इस हॉस्टल में करीब 300 भारतीय छात्र पिछले 12 दिनों से ऐसे ही इंतज़ार की घड़ियां गिन रहे हैं. एक एक पल उन पर भारी पड़ रहा है. छात्रों के मुताबिक इस यूनिवर्सिटी में छह हॉस्टल हैं और कुल मिलाकर यहां करीब 700 भारतीय छात्र हैं.
