‘राहुल गांधी भारत की आशा हैं’, विपक्ष की दूसरी बैठक के पहले कांग्रेस को मिला स्टालिन का सपोर्ट कितना अहम?
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कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में आगामी 17-18 जुलाई को विपक्ष की दूसरी बड़ी बैठक होने जा रही है. इस बैठक को विपक्षी एकता के लिहाज से बेहद अहम माना जा रहा है. 23 जून को हुई पहली बैठक में जहां केवल 15 दल शामिल हुए तो वहीं इस बार 24 दल शामिल हो सकते हैं. बैठक के ठीक पहले तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने एक ऐसा बयान दिया है जिससे कांग्रेस को बड़ा सपोर्ट मिलता दिख रहा है. स्टालिन ने एक मैगजीन को दिए इंटरव्यू में कहा है कि राहुल गांधी देश की आशा हैं.
चेन्नई. कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में आगामी 17-18 जुलाई को विपक्ष की दूसरी बड़ी बैठक होने जा रही है. इस बैठक को विपक्षी एकता के लिहाज से बेहद अहम माना जा रहा है. 23 जून को हुई पहली बैठक में जहां केवल 15 दल शामिल हुए तो वहीं इस बार 24 दल शामिल हो सकते हैं. बैठक के ठीक पहले तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने एक ऐसा बयान दिया है जिससे कांग्रेस को बड़ा सपोर्ट मिलता दिख रहा है. स्टालिन ने एक मैगजीन को दिए इंटरव्यू में कहा है कि राहुल गांधी देश की आशा हैं.
एनडीए में सहयोगी पार्टी जनता दल यूनाइटेड (JDU) के महासचिव और प्रवक्ता केसी त्यागी ने अग्निपथ योजना पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि अग्निपथ योजना पर दोबारा विचार करने की आवश्यकता है. उन्होंने इस पर नए तरीके से विमर्श की बात की. इसके अलावा उन्होंने वन नेशन-वन इलेक्शन और यूसीसी पर भी अपना पक्ष रखा है.
Foreign Guest List Invited to PM Modi Oath Ceremony: लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे आ चुके हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व में भाजपा एक बार फिर देश की सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. हालांकि, पार्टी अपने दम पर बहुमत के आंकड़े को नहीं पार कर पाई है, लेकिन एनडीए गठबंधन बहुमत के आंकड़े को जरूर पार कर गया है. लिहाजा नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार देश की कमान संभालने जा रहे हैं.
हिमाचल प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने तीन निर्दलीय विधायकों के इस्तीफे सोमवार को स्वीकार कर लिए. इन तीनों ने राज्यसभा चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार के पक्ष में मतदान किया था. तीन विधायकों के इस्तीफे स्वीकार किए जाने के बाद 68 सदस्यीय हिमाचल विधानसभा में अब 59 सदस्य रह गए हैं क्योंकि कांग्रेस के 6 पूर्व विधायकों को पहले ही दल बदल कानून के तहत अयोग्य ठहरा दिया गया था. अब 3 निर्दलीय विधायकों का इस्तीफा स्वीकार होने के बाद संख्या 59 हो गई है.