
राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने संभाली ईरान की कुर्सी, सामने हैं ये चुनौतियां
Zee News
जून 2021 में हुए राष्ट्रपति चुनाव में रईसी ने एकतरफा जीत हासिल की थी. माना जाता है कि रईसी, ईरान के सुप्रीम लीडर आयातुल्लाह अली खामेनेई के बेहद भरोसेमंद हैं.
तेहरान: ईरान में इब्राहिम रईसी ने गुरुवार को राष्ट्रपति पद की हलफ ले ली है. इब्राहिम रईसी जून में ईरान राष्ट्रपति चुने गए थे. इब्राहिम रईसी एक ऐसे वक्त में में ईरान की हुकूमत संभालने जा रहे हैं जब अमेरिकी पाबंदियों की वजह से मुल्क की मईशत खस्ता हाल है. कौन हैं इब्राहिम रईसी? जून 2021 में हुए राष्ट्रपति चुनाव में रईसी ने एकतरफा जीत हासिल की थी. माना जाता है कि रईसी, ईरान के सुप्रीम लीडर आयातुल्लाह अली खामेनेई के बेहद भरोसेमंद हैं. रईसी को कट्टरपंथी धड़े का नेता माना जाता है. वो अमेरिका समेत पश्चिमी मुल्कों से मसलों को सुलझाने में कुछ ख़ास यकीन नहीं रखते. हालांकि उन्होंने कहा है कि वह अमेरिका के लगाए मनमाने पाबंदियों को हटाने के लिए हर मुमकिन कदम उठाएंगे.
Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.

India Nuclear Missile Force: दुनिया में आज के समय में सभी देश अपनी सैन्य शक्तियों को मजबूत कर रहे हैं. भारत ने भी पिछले कुछ दशकों में अपनी सैन्य ताकत में काफी मजबूती लाई है. भारत की परमाणु क्षमता की चर्चा दुनिया में अक्सर होती है, लेकिन इसे गहराई के साथ काफी कम लोग ही जानते हैं. भारत ने सिर्फ अग्नि श्रृंखला ही नहीं बल्कि जमीन, समुद्र, हवा और क्रूज मिसाइल सिस्टम का एक बड़ा नेटवर्क तैयार किया है.









