
राज की बातः गुस्से के गुबार से बीजेपी को बचाने के लिए क्या है संघ का प्लान
ABP News
दिल्ली में तीन दिन तक सरसंघचालक मोहन भागवत की उपस्थिति में चली संघ की बैठक में कोरोना से देश में बने हालात की समीक्षा हुई. इसमें कोरोना पीड़ित हर परिवार तक पहुंचने की रणनीति के साथ-साथ व्यवस्था के प्रति उपजी नाराज़गी को शांत करने के उपायों पर खासतौर से मंथन हुआ.
नई दिल्लीः कोरोना के कहर ने देश में जो मौत का मंजर गढ़ा उससे पूरा देश दहल गया. शहर के शहर परेशान हो गए. संक्रमण के साए में फंसे सूबों की सांसें बिना ऑक्सीजन के घुट कर रह गई और अकाल मौत का आकड़ों नें देश के श्मशान और कब्रस्तानों में भी शवों की लाइन लगा कर रख दी. हालात इतनी तेजी से बिगड़े कि संसाधन, संक्रमण के आंकड़ों के सामने बौने पड़ गए. खासतौर से दूसरी लहर के कहर ने आवाम में दर्द और दहशत का ऐसा बीज बोया कि वो अब सिस्टम और सरकार के खिलाफ गुस्से के तौर फूट कर उभर रहा है. जिन्होंने अपनों को खोया वो नाराज हैं, जो अपनों को अस्पताल दर अस्पताल लेकर भटके वो नाराज हैं, जिन्हें बेहतर इलाज नहीं मिला वो नाराज हैं और इन सबके बीच आने वाला साल चुनावी है लिहाजा केंद्र सरकार से ज्यादा संघ परिवार की टेंशन बढ़ गई है.More Related News
