
रक्षा क्षेत्र में 'आत्मनिर्भर भारत' मिशन को नई कामयाबी, Army में शामिल हुआ Span Bridging Systems
Zee News
भारतीय सेना (Indian Army) 2019 से 15 मीटर लंबा सिस्टम इस्तेमाल कर रही थी. सेना के इंजीनियर इन चीफ ले. जनरल हरपाल सिंह ने कहा कि इस सिस्टम (Short Span Bridging Systems) से वो जरूरत पूरी हुई जिसकी कमी पाकिस्तान (Pakistan) सीमा पर महसूस हो रही थी.
नई दिल्ली: भारतीय सेना (Indian Army) को शुक्रवार को एक खास तरह का पुल मिल गया जिसका इंतजार सेना को काफी दिनों से था. 10 मीटर के ब्रिजिंग सिस्टम को सेनाध्यक्ष जनरल एमएम नरवणे (Gen. MM Narvane) ने सेना में शामिल किया. ये ब्रिजिंग सिस्टम खासतौर पर पाकिस्तान की सीमा पर बहुत काम आएगा जहां कम चौड़ी नदियों, नालों और नहरों को पार करना होता है. इस सिस्टम की खासियत ये भी है कि इसमें 5 पुल जोड़े जा सकते हैं यानि 50 मीटर तक की नदी को पार किया जा सकता है. इस पुल को लगाने में 10 मिनट का समय लगता है लेकिन भारतीय सेना के सैनिक इसे 6-7 मिनट में लगा लेते हैं. इस ब्रिजिंग सिस्टम की डिजाइन डीआरडीओ (DRDO) ने तैयार की है और इसे देश में ही लार्सन एंड टूब्रो (L&T) ने बनाया है. भारतीय सेना ऐसे 100 सिस्टम खरीद रही है. आर्मी चीफ जनरल नरवणे ने कहा कि ये सिस्टम आत्मनिर्भर भारत का एक और उदाहरण है और इससे सेना के ऑपरेशनों की रफ्तार बहुत तेज हो जाएगी.
Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.

India Nuclear Missile Force: दुनिया में आज के समय में सभी देश अपनी सैन्य शक्तियों को मजबूत कर रहे हैं. भारत ने भी पिछले कुछ दशकों में अपनी सैन्य ताकत में काफी मजबूती लाई है. भारत की परमाणु क्षमता की चर्चा दुनिया में अक्सर होती है, लेकिन इसे गहराई के साथ काफी कम लोग ही जानते हैं. भारत ने सिर्फ अग्नि श्रृंखला ही नहीं बल्कि जमीन, समुद्र, हवा और क्रूज मिसाइल सिस्टम का एक बड़ा नेटवर्क तैयार किया है.









