
यूपी : योगी सरकार बाजरे के जरिए लड़ेगी कुपोषण के खिलाफ जंग, जानें क्या है मेगा प्लान
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बाजरे का उत्पादन करने वाले किसानों के लिए एक अच्छी खबर सामने आ रही है. केंद्र और राज्य की सरकार ने बाजरे की खेती को बढ़ावा देने के लिए एक नई योजना की शुरुआत की है. इस योजना के तहत केंद्रीय खाद्य एवं प्रसंस्करण मंत्रालय साल 2026 से 2027 तक बाजरे पर आधारित उत्पादों के प्रोत्साहन पर 800 करोड़ रुपये खर्च करेगा. ऐसे में ये उत्पाद रेडी टू ईट और रेडी टू सर्व दोनों रूपों में होंगे.
नई दिल्लीः बाजरे का उत्पादन करने वाले किसानों के लिए एक अच्छी खबर सामने आ रही है. केंद्र और राज्य की सरकार ने बाजरे की खेती को बढ़ावा देने के लिए एक नई योजना की शुरुआत की है. इस योजना के तहत केंद्रीय खाद्य एवं प्रसंस्करण मंत्रालय साल 2026 से 2027 तक बाजरे पर आधारित उत्पादों के प्रोत्साहन पर 800 करोड़ रुपये खर्च करेगा. ऐसे में ये उत्पाद रेडी टू ईट और रेडी टू सर्व दोनों रूपों में होंगे.
उत्तर प्रदेश में होता है बाजरे का सर्वाधिक उत्पादन भारत में सबसे अधिक बाजरे का उत्पादन उत्तर प्रदेश में होता है. इसे देखते हुए यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ योगी की सरकार ने इंटरनेशनल मिलेट ईयर को सफल बनाने की कार्ययोजना करीब छह महीने पहले ही बना चुकी थी. मोटे अनाजों, खासकर बाजरे की खेती इस राज्य की परंपरा रही है. इस योजना के तहत अब इन फसलों के उत्पादन में और ज्यादा बढ़ोतरी लाने का प्रयास किया जाएगा.

Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.









