
मोदी सरकार के फ़ैसले के इंतज़ार में परेशान हैं ये अफ़ग़ान- प्रेस रिव्यू
BBC
मोदी सरकार के फ़ैसले को लेकर सैड़कों अफ़ग़ान अधर में लटके में हैं.
भारत की ओर से अफ़ग़ानिस्तान के नागरिकों के वीज़ा रद्द किए जाने के मामलों के बीच उन अफ़ग़ान छात्रों के बीच अनिश्चितता का माहौल है जो यहाँ पढ़ाई और रिसर्च के लिए आए हुए हैं. द हिंदू अख़बार की रिपोर्ट के मुताबिक़ इंडियन काउंसिल ऑफ़ कल्चरल रिलेशंस (आईसीसीआर) की स्कॉलरशिप पर ऐसे 1500 छात्र भारत में पढ़ रहे हैं. 27 साल के शफीक़ सुल्तान भी उन्हीं में से एक हैं जो आईसीसीआर की स्कॉलरशिप पर जेएनयू में पीजी कर रहे हैं. आईसीसीआर की ये स्कॉलरशिप परियोजना भारतीय विदेश मंत्रालय ने साल 2005 में शुरू की थी. शफीक़ सुल्तान ने पीएचडी के लिए अप्लाई किया है लेकिन सरकार की तरफ़ से उन्हें इस बात पर कोई जवाब नहीं आया है कि उनका वीज़ा और स्कॉलरशिप जारी रखे जाएंगे या नहीं. शफीक़ की महीने भर से अफ़ग़ानिस्तान में मौजूद अपने घरवालों से बात नहीं हो पाई है. उन्होंने हिंदू अख़बार को बताया, "अगर इस समय मैं अपने देश लौटता हूँ तो इसमें कोई शक नहीं कि एक रोज़ मैं मारा जाऊंगा. तालिबान की पहुंच हर डेटाबेस तक है और वे घर-घर जाकर जाँच कर रहे हैं. मुझे उम्मीद है कि सरकार हमें नई ज़िंदगी देने पर विचार करेगी और यहाँ रहने और पढ़ने देगी."More Related News
