
मॉनसून सेशन में संसद न चलने से अब तक इतने करोड़ का हुआ नुकसान, खुली रह जाएंगी आंखे
Zee News
प्रसाद ने कहा, कांग्रेस ने 1947 के बाद से करीब 50 साल राज किया लेकिन आज उनका व्यवहार कितना उचित है ये देश को जानना जरूरी है.
नई दिल्ली: पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के सीनियर नेता रवि शंकर प्रसाद (Ravi Shankar Prasad) ने लगातार हंगामे की वजह से संसद के मानसून सत्र में खलल पड़ने पर विपक्ष पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि संसद के दोनों सदनों में व्यवधान की वजह से अब तक 130 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. पूर्व कानून मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने मीडिया से कहा, आज 5 अगस्त का शुभ दिन है. 2 वर्ष पहले आज ही के दिन धारा 370 खत्म हुई. पिछले साल इसी दिन प्रभु राम के भव्य राम जन्मभूमि मंदिर का शिलान्यास हुआ और आज फिर हॉकी टीम की जीत से देश में खुशी और उल्लास है.
Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.

India Nuclear Missile Force: दुनिया में आज के समय में सभी देश अपनी सैन्य शक्तियों को मजबूत कर रहे हैं. भारत ने भी पिछले कुछ दशकों में अपनी सैन्य ताकत में काफी मजबूती लाई है. भारत की परमाणु क्षमता की चर्चा दुनिया में अक्सर होती है, लेकिन इसे गहराई के साथ काफी कम लोग ही जानते हैं. भारत ने सिर्फ अग्नि श्रृंखला ही नहीं बल्कि जमीन, समुद्र, हवा और क्रूज मिसाइल सिस्टम का एक बड़ा नेटवर्क तैयार किया है.









