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मिसाइल और ड्रोन का काल! DRDO बना रहा है 300 kW लेजर हथियार, पाकिस्तान में है डर का महौल
Zee News
DRDO 300 kW laser weapon: DRDO ने 300 kW पावर वाला हाई-पावर लेजर हथियार बनाना शुरू किया है, जो 20 किमी तक MALE और HALE ड्रोन को नष्ट कर सकेगा. यह सिस्टम मोबाइल प्लेटफॉर्म पर काम करेगा और किसी भी मौसम में सटीक निशाना साधने में सक्षम होगा.
DRDO 300 kW laser weapon: ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान ने ड्रोन से कई हमले किए थे, ऐसे हमलों से निपटने के लिए भारत ने बड़ा कदम उठाया है. DRDO ने 300 kW पावर वाला हाई-पावर लेजर (HPL) हथियार बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. यह लेजर सिस्टम एडवांस टेक्नोलॉजी से लैस होगा और इसका उद्देश्य MALE और HALE प्रकार के ड्रोन को 20 किमी की दूरी से निशाना बनाना है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.

India Nuclear Missile Force: दुनिया में आज के समय में सभी देश अपनी सैन्य शक्तियों को मजबूत कर रहे हैं. भारत ने भी पिछले कुछ दशकों में अपनी सैन्य ताकत में काफी मजबूती लाई है. भारत की परमाणु क्षमता की चर्चा दुनिया में अक्सर होती है, लेकिन इसे गहराई के साथ काफी कम लोग ही जानते हैं. भारत ने सिर्फ अग्नि श्रृंखला ही नहीं बल्कि जमीन, समुद्र, हवा और क्रूज मिसाइल सिस्टम का एक बड़ा नेटवर्क तैयार किया है.









